योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) की मंगलवार को हुई बैठक में अयोध्या में 650 करोड़ रुपये की लागत से 'मंदिरों का संग्रहालय' (Museum of Temples) बनाने के टाटा संस (Tata Sons) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
लखनऊ। योगी कैबिनेट (Yogi Cabinet) की मंगलवार को हुई बैठक में अयोध्या में 650 करोड़ रुपये की लागत से ‘मंदिरों का संग्रहालय’ (Museum of Temples) बनाने के टाटा संस (Tata Sons) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बारे में जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह (Minister Jaiveer Singh) ने कहा कि पर्यटन विभाग कंपनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर के संग्रहालय के लिए 90 साल के पट्टे पर मात्र एक रुपये की टोकन मनी पर जमीन उपलब्ध कराएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक के बाद जयवीर सिंह (Minister Jaiveer Singh) ने बताया कि टाटा संस ने केंद्र सरकार के माध्यम से इस परियोजना का प्रस्ताव रखा था, जिसमें अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष के तहत 650 करोड़ रुपये की लागत से संग्रहालय बनाने की पेशकश की गई थी। पर्यटन मंत्री ने आगे कहा कि कैबिनेट ने मंदिर नगरी में अन्य विकास कार्यों के लिए कंपनी के 100 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। टाटा संस प्रमुख निवेश होल्डिंग कंपनी है और टाटा कंपनियों की प्रमोटर है।
मंत्री जयवीर सिंह (Minister Jaiveer Singh) ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में मंजूर किए गए अन्य प्रस्तावों में लखनऊ, प्रयागराज और कपिलवस्तु में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल के तहत हेलीपैड बनाकर हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू करना शामिल है। मंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने निष्क्रिय विरासत भवनों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। तीन ऐसी विरासत इमारतों- लखनऊ में कोठी रोशन दूल्हा, मथुरा में बरसाना जल महल और कानपुर में शुक्ला तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए चुना गया है। इस उद्देश्य के लिए मुख्यमंत्री पर्यटन फेलोशिप कार्यक्रम के तहत शोधकर्ताओं का चयन किया जाएगा। इस प्रेस वार्ता में नगर विकास मंत्री एके शर्मा और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद थे।