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टिकट कटने के बाद वरुण गांधी का छलका दर्द ,कहा-‘पीलीभीत से मेरा रिश्त खत्म नहीं होगा’

पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने टिकट कटने के बाद पहली बार बड़ी प्रतिक्रिया दी है। जिसमें उनका दर्द साफ झलक रहा है। उन्होंने क्षेत्र की जनता के नाम भावुक पत्र लिखा है। जिसमें लिखा है कि आपके साथ रिश्ता राजनीतिक गुणा भाग से ऊपर है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने टिकट कटने के बाद पहली बार बड़ी प्रतिक्रिया दी है। जिसमें उनका दर्द साफ झलक रहा है। उन्होंने क्षेत्र की जनता के नाम भावुक पत्र लिखा है। जिसमें लिखा है कि आपके साथ रिश्ता राजनीतिक गुणा भाग से ऊपर है।

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आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं, तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। मुझे वो 3 साल का छोटा सा बच्चा याद आ रहा है जो अपनी मां की उंगली पकड़ कर 1983 में पहली बार पीलीभीत आया था, उसे कहां पता था एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे।

मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का मौका मिला। महज एक सांसद के तौर पर ही नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर भी मेरी परवरिश और मेरे विकास में पीलीभीत से मिले आदर्श, सरलता और सहृदयता का बहुत बड़ा योगदान है। आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी पूरी क्षमता से आपके हितों के लिए आवाज उठाई।

एक सांसद के तौर पर मेरा कार्यकाल भले समाप्त हो रहा हो, पर पीलीभीत से मेरा रिश्ता अंतिम सांस तक खत्म नहीं हो सकता। सांसद के रूप में नहीं, तो बेटे के तौर पर सही, मैं आजीवन आपकी सेवा के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे आपके लिये हमेशा पहले जैसे ही खुले रहेंगे। मैं राजनीति में आम आदमी की आवाज उठाने आया था और आज आपसे यही आशीर्वाद मांगता हूं कि सदैव यह कार्य करता रहूं, भले ही उसकी कोई भी कीमत चुकानी पड़े। मेरा और पीलीभीत का रिश्ता प्रेम और विश्वास का है, जो किसी राजनीतिक गुणा- भाग से बहुत ऊपर है। मैं आपका था। हूं और रहूंगा ।

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