अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) मंगलवार को हो रहे न्यूयॉर्क मेयर चुनाव (New York Mayor Election) में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (Former Governor Andrew Cuomo) को वोट देने की अपील की है।
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) मंगलवार को हो रहे न्यूयॉर्क मेयर चुनाव (New York Mayor Election) में पूर्व गवर्नर एंड्रयू कुओमो (Former Governor Andrew Cuomo) को वोट देने की अपील की है। उन्होंने अपने ही दल रिपब्लिकन पार्टी (Republican Party) के उम्मीदवार कर्टिस स्लीवा को नजरअंदाज करते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) के उम्मीदवार जोहरान ममदानी को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। सर्वे में ममदानी दोनों प्रतिद्वंद्वियों से आगे बताए जा रहे हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party) के प्राइमरी इलेक्शन में ममदानी से हारने के बाद कुओमो, बतौर स्वतंत्र उम्मीदवार मैदान में हैं। उन्हें ट्रंप ने “एकमात्र विकल्प” बताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ममदानी जीतते हैं तो न्यूयॉर्क को संघीय मदद सीमित कर दी जाएगी। कुओमो ने 2021 में यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद गवर्नर पद छोड़ा था और वह आरोपों से इनकार करते आए हैं।
‘मैं पैसे नहीं भेज पाऊंगा’
ट्रंप ने चेतावनी दी कि अगर भारतीय मूल के ममदानी मेयर चुनाव में जीत जाते हैं, तो यह आर्थिक और सामाजिक आपदा होगी। ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में ट्रंप ने यह भी कहा कि अगर न्यूयॉर्क के लोग ममदानी को वोट देते हैं, तो वह न्यूयॉर्क शहर के लिए फेडरल फंड सीमित कर देंगे। उन्होंने लिखा, कि अगर कम्युनिस्ट उम्मीदवार जोहरान ममदानी (Zohran Mamdani) न्यूयॉर्क शहर (New York City) के मेयर का चुनाव जीत जाते हैं, तो यह बहुत कम संभावना है कि मैं अपने प्यारे फर्स्ट होम के लिए आवश्यक न्यूनतम राशि के अलावा, यूनियन फंड का योगदान दे पाऊंगा।
ट्रंप ने आगे लिखा कि एक कम्युनिस्ट के सत्ता में आने से स्थिति और भी बदतर हो सकती है, और मैं राष्ट्रपति के तौर पर लगातार पैसे को बर्बाद नहीं करना चाहता। देश चलाना मेरा दायित्व है और मुझे यकीन है कि अगर ममदानी जीत जाते हैं तो न्यूयॉर्क शहर पूरी तरह से आर्थिक और सामाजिक रूप से तबाह हो जाएगा। उनके सिद्धांतों का हजार साल से भी ज्यादा समय से परीक्षण किया जा रहा है और वे कभी भी सफल नहीं हुए हैं।”
कई सर्वे के मुताबिक भारतीय फिल्ममेकर मीरा नायर (Indian filmmaker Mira Nair) के बेटे जोहरान ममदानी (Zohran Mamdani) की जीत तय मानी जा रही है। आज शाम भारतीय समय के मुताबिक 3:30 बजे मेयर पद के लिए वोटिंग शुरू हो जाएगी।
जीत के लिए 50 फीसदी वोट हासिल करना जरूरी ,अगर ममदानी जीते तो 100 सालों में न्यूयॉर्क के सबसे युवा, पहले भारतवंशी और पहले मुस्लिम मेयर बनेंगे
न्यूयॉर्क सिटी (New York City) में रैंक चॉइस वोटिंग सिस्टम लागू है। इसमें वोटर तीनों उम्मीदवारों को पसंद के क्रम में रैंक कर सकता है (1, 2, 3)। अगर किसी को पहली पसंद में 50 फीसदी वोट नहीं मिलते, तो सबसे कम वोट पाने वाला बाहर हो जाता है और उसके वोट दूसरी पसंद के आधार पर बांटे जाते हैं। यह तब तक चलता है जब तक कोई उम्मीदवार 50 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं पाता।
वोटिंग के 1-2 दिन बाद शुरुआती नतीजे आते हैं, लेकिन अंतिम रिजल्ट आने में लगभग 1 हफ्ता लग सकता है, क्योंकि मेल-बैलट्स और अनुपस्थित वोटों की गिनती बाद में होती है। अगर ममदानी जीतते हैं, तो वे पिछले 100 सालों में न्यूयॉर्क के सबसे युवा, पहले भारतवंशी और पहले मुस्लिम मेयर बनेंगे।
म्यूजिक ने रिबेल बनाया, फिर राजनीति के मैदान में उतरे ममदानी
ममदानी राजनीति में आने से पहले हिप-हॉप रैपर थे। उनका सबसे मशहूर गाना ‘कांडा’ था, जो युगांडा में वायरल हुआ। इस गाने में युगांडा की राजधानी कम्पाला की जिंदगी और युवाओं की चुनौतियों को दिखाया गया था।
ममदानी कहते हैं कि संगीत के जरिए उन्होंने पहली बार महसूस किया कि समाज में असमानता और पहचान की राजनीति पर आवाज उठाना जरूरी है। कॉलेज से निकलने के बाद ममदानी क्वींस चले गए। यहां उन्होंने प्रवासियों, किराएदारों और ब्लैक लाइव्स मैटर जैसे आंदोलनों में हिस्सा लिया। इसी दौरान साल 2017 में ममदानी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के साथ अपनी राजनीति की शुरुआत की।
2020 में वो न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली के लिए चुने गए। 2022 और 2024 में उन्हें निर्विरोध जीत मिली। अपने कार्यकाल के दौरान ममदानी ने ऐसे मुद्दे उठाए जो सीधे आम लोगों से जुड़े थे। इससे उन्हें खूब पॉपुलैरिटी मिली। उन्होंने किफायती आवास को न्यूयॉर्क के हर लोगों का अधिकार बताया। पब्लिक ट्रांसपोर्ट को मुफ्त करने की मांग की और न्यूनतम वेतन को 30 डॉलर प्रति घंटा (करीब ₹2,578) करने का प्रस्ताव रखा।
अब तक ममदानी ने विधानसभा में 20 विधेयकों का समर्थन किया है, जिनमें से 3 कानून के रूप में पारित हो चुके हैं। इनमें से एक बिल किराए पर रोक (रेंट कैप) को लेकर था, जिसने शहर के मध्यवर्गीय और प्रवासी इलाकों में उन्हें काफी लोकप्रिय बना दिया। इस साल की शुरुआत में उन्होंने सीरियाई-अमेरिकी कलाकार रमा दुवाजी से शादी की। दोनों की मुलाकात डेटिंग एप हिंज पर हुई थी।
ममदानी के ये हैं 4 बड़े चुनावी वादे
1. घरों का किराया फ्रीज करना, ताकि किराएदारों पर महंगाई का बोझ न बढ़े।
2. सभी के लिए फ्री बस सर्विस, कामकाजी तबका और छात्रों को राहत मिले।
3. सरकारी किराना दुकानें खोलना, ताकि जरूरी चीजें किफायती दामों पर मिलें।
4. बच्चों के लिए मुफ्त डे-केयर सुविधा, जिससे कामकाजी परिवारों को राहत मिले।
ममदानी का चुनावी एजेंडा सीधा आम लोगों की जेब और उनके रोजमर्रा के जीवन से जुड़ा है। वे वादा कर रहे हैं कि न्यूयॉर्क को ऐसा शहर बनाया जाएगा जहां हर व्यक्ति सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन जी सके।
ममदानी का कहना है कि इन योजनाओं के लिए फंडिंग बड़े कॉर्पोरेशंस और शहर के अमीर तबके पर नए टैक्स लगाकर की जाएगी। उनका अनुमान है कि इससे करीब 9 अरब डॉलर जुटाए जा सकते हैं। इन टैक्सों के लिए ममदानी को न्यूयॉर्क स्टेट असेंबली और गवर्नर कैथी होचुल का समर्थन चाहिए होगा। गवर्नर ने उनका समर्थन तो किया है, लेकिन कहा है कि वे इनकम टैक्स बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं।
ममदानी के वादों से अमीर बिजनेसमैन परेशान
ममदानी के वादों से शहर के कारोबारी भी परेशान हैं। जब जून में उन्होंने डेमोक्रेटिक प्राइमरी जीती, तो वॉल स्ट्रीट में चिंता बढ़ गई थी। कई कारोबारियों ने शहर छोड़ने की धमकी तक दे दी थी। कुछ बिजनेसमैन ने कहा था कि न्यूयॉर्क अब बर्बाद होने से बस एक कदम दूर है।
ममदानी खुद को ‘डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट’ कहते हैं, यानी वे कॉर्पोरेट्स के बजाय आम लोगों की नीतियों के पक्षधर हैं। ट्रम्प ने धमकी दी है कि अगर न्यूयॉर्क वालों ने एक ‘कम्युनिस्ट’ को चुना तो शहर की फंडिंग रोक दी जाएगी। ममदानी डेमोक्रेटिक पार्टी के वामपंथी धड़े (DSA) से जुड़े हैं। यह गुट बड़ी कंपनियों, अरबपतियों और डेमोक्रेटिक पार्टी की पारंपरिक नीतियों का विरोधी है। अगर ममदानी जीतते हैं तो यह सिस्टम के अंदर रहकर सिस्टम को चुनौती देने वाली जीत मानी जाएगी।
दुनिया का सबसे ताकतवर शहर न्यूयॉर्क
न्यूयॉर्क सिटी को अमेरिका का दिल कहा जाता है। यहां का मेयर होना सिर्फ एक शहर का मुखिया बनना नहीं है, बल्कि यह अमेरिका की सबसे प्रभावशाली राजनीतिक कुर्सियों में से एक पर बैठने जैसा है। यही वजह है कि इस चुनाव पर दुनियाभर की निगाहें हैं।
न्यूयॉर्क की सालाना GDP करीब 2.3 ट्रिलियन डॉलर है। यानी कि अकेला न्यूयॉर्क सिटी, पूरे भारत की GDP के आधे से भी ज्यादा है। न्यूयॉर्क का मेयर शहर के प्रशासन, पुलिस, ट्रांसपोर्ट, हाउसिंग, एजुकेशन और हेल्थ सिस्टम पर कंट्रोल रखता है।
न्यूयॉर्क सिटी का 100 अरब डॉलर से ज्यादा का है बजट
न्यूयॉर्क सिटी का अपना अलग बजट (100 अरब डॉलर से ज्यादा) और नियम-कानून हैं। मेयर तय करते हैं कि टैक्स का पैसा कहां खर्च होगा? कौन-सी नीतियां लागू होंगी और शहर किस दिशा में बढ़ेगा? यानी कि यह एक मिनी-प्रधानमंत्री जैसा रोल है।
न्यूयॉर्क सिटी को अमेरिका की आर्थिक राजधानी कहा जाता है। यहां वॉल स्ट्रीट है, दुनिया की मीडिया कंपनियां हैं और संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय भी यहीं है। इसलिए मेयर के फैसले सिर्फ शहर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर असर डालते हैं।
न्यूयॉर्क सिटी के मेयर अक्सर राष्ट्रीय राजनीति के बड़े चेहरे बन जाते हैं। माइकल ब्लूमबर्ग राष्ट्रपति पद तक पहुंचे और रूडी गिउलियानी 9/11 के बाद राष्ट्रीय नायक बने।