सड़क निर्माण में तेजी और गुणवत्ता से समझौता न करने की अपनी छवि रखने वाले नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को संसद में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि ‘सही काम नहीं करने वाले ठेकदार को बुलडोजर के नीचे डलवा दिया जाएगा।
नई दिल्ली। सड़क निर्माण में तेजी और गुणवत्ता से समझौता न करने की अपनी छवि रखने वाले नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को संसद में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं कि ‘सही काम नहीं करने वाले ठेकदार को बुलडोजर के नीचे डलवा दिया जाएगा। उन्होंने सदन में प्रश्नकाल के दौरान राजस्थान के नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal, MP from Nagaur, Rajasthan) के पूरक प्रश्न के उत्तर में यह भी कहा कि ठेकेदारों को ‘ठोक-पीटकर’ ठीक कर दिया जाएगा। गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में हमारे विभाग ने 50 लाख करोड़ रुपये के काम किए। हम पारदर्शी हैं, समयबद्ध हैं, परिणाम देने वाले हैं।
उनका कहना था कि मैं इसका उल्लेख नहीं करना चाहता था। मैं एक जनसभा में कह चुका हूं कि अगर ठेकेदार ठीक ढंग से काम नहीं करेगा तो उसे बुलडोजर के नीचे डलवा देंगे, याद रखना। इस साल देखो, इनको ठोक-पीटकर ठीक कर दूंगा, हम बिल्कुल समझौता नहीं करेंगे। उन्होंने सदन को बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) के निर्माण में पाई गईं कमियों के लिए चार ठेकेदारों को जिम्मेदार ठहराया गया है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए यह भी कहा कि आईआईटी-खड़गपुर और आईआईटी-गांधीनगर (IIT-Kharagpur and IIT-Gandhinagar) के विशेषज्ञों ने एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया और इसके निर्माण में खामियां पाईं।
गडकरी ने कहा कि हमने चार ठेकेदारों को नोटिस जारी किया है और उन्हें ब्लैक लिस्ट में डाल देंगे। सख्त कार्रवाई की जाएगी। संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश की सबसे लंबी सड़क है और इसका निर्माण सबसे कम समय में हुआ है। बता दें कि कई बार नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अधिकारियों को भी चेतावनी दे चुके हैं कि सड़कों के निर्माण में यदि देरी होती है तो इसके जिम्मेदार अफसरों के नाम सार्वजनिक किए जाएंगे। उनका कहना था कि यदि हम अच्छे काम के लिए इनाम देते हैं तो फिर गलत काम पर उन्हें उजागर करना भी जरूरी है।