Nitish Kumar Reddy century: मेलबर्न में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन भारत के युवा ऑल राउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने यादगार शतक जड़ा है। नीतीश के इंटरनेशनल टेस्ट करियर का पहला शतक ऐसे वक्त पर आया है, जब भारत पर फॉलो ऑन का खतरा मंडरा रहा था। वहीं, तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं। टीम पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है।
Nitish Kumar Reddy century: मेलबर्न में खेले जा रहे बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन भारत के युवा ऑल राउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने यादगार शतक जड़ा है। नीतीश के इंटरनेशनल टेस्ट करियर का पहला शतक ऐसे वक्त पर आया है, जब भारत पर फॉलो ऑन का खतरा मंडरा रहा था। वहीं, तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं। टीम पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है।
एमसीजी में खेले जा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन 164/5 के स्कोर से आगे खेलने उतरी भारतीय टीम को छठा झटका ऋषभ पंत के रूप में लगा। पंत रैंप शॉट खेलने के चक्कर में नाथन लायन को कैच थमा बैठे। वह 28 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद रविन्द्र जड़ेजा ने नीतीश के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया। लेकिन, जड़ेजा भी ज्यादा देर तक क्रिज पर टिक नहीं सके। वह 17 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
जड़ेजा के आउट होने के बाद भारत को फॉलो ऑन से बचने के लिए 55 रन की दरकार थी। जिसके बाद नीतीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने भारतीय पारी को संभाला। दोनों ने 127 रन की अहम साझेदारी कर टीम की मैच में वापसी करायी। इस दौरान वाशिंगटन 162 गेंदों में 50 रन की अहम पारी खेलकर आउट हुए। इसके बाद जसप्रीत बुमराह बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। फिर नीतीश ने 172 गेंदों में अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया। इस शानदार पारी में 10 चौके और एक छक्का भी लगाया।
तीसरे दिन के अंत में खराब रोशनी के चलते मैच को रोकना पड़ा। इसके बाद मेलबर्न में एक बार फिर बारिश शुरू हो गयी और खेल दोबारा शुरू नहीं हो पाया। स्टंप्स की घोषणा तक भारत ने 116 ओवर खेलकर 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं। नीतीश कुमार रेड्डी 176 गेंद में 105 रनों पर नाबाद लौटे। उनके साथ मोहम्मद सिराज 7 गेंदों में 2 रन बनाकर नाबाद हैं। फिलहाल, भारत पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया से 116 रन पीछे है।
बता दें कि नीतीश कुमार रेड्डी अब ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले तीसरे सबसे युवा भारतीय बन गए हैं। उन्होंने यह कारनामा 21 साल और 216 दिन की उम्र में किया है। इसके साथ ही वह आठवें नंबर पर बैटिंग करते हुए शतक लगाने वाले चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं। भारत के लिए अश्विन ने अपने ऐतिहासिक करियर में 8वें नंबर पर खेलते हुए कुल 4 शतक लगाए थे। वहीं, न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल वीटोरी ने इस पोजीशन पर खेलते हुए सबसे ज्यादा 5 शतक लगाए थे।