उत्तराखंड चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए रविवार को बड़ा अपडेट सामने आया है। यूपी, राजस्थान, दिल्ली-NCR, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों से केदारनाथ (Kedarnath), बदरीनाथ (Badrinath), गंगोत्री (Gangotri) समेत चारों धामों पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को आठ अप्रैल 2024 से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू होने जा रही है।
उत्तराखंड। उत्तराखंड चारधाम यात्रा (Uttarakhand Chardham Yatra) पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए रविवार को बड़ा अपडेट सामने आया है। यूपी, राजस्थान, दिल्ली-NCR, गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों से केदारनाथ (Kedarnath), बदरीनाथ (Badrinath), गंगोत्री (Gangotri) समेत चारों धामों पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को आठ अप्रैल 2024 से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू होने जा रही है। आपको बता दें कि कि उत्तराखंड सरकार ने बताया कि किसी भी यात्री को पंजीकरण के बिना चार धाम पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
ऐसे में चार धाम यात्रा (Chardham Yatra) पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए अब जरूरी हो गया है कि यात्रा पर जाने से पहले अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवा लें। चारधाम के लिए उत्तराखंड पर्यटन विभाग (Uttarakhand Tourism Department) ने पंजीकरण के लिए तैयारी पूरी कर ली हैं। इस बार पंजीकरण के बाद पर्ची पर यात्रियों को आवश्यक मोबाइल नंबर भी मिलेंगे।
चारधाम ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र (Chardham Transit and Registration Center) में मैनुअल पंजीकरण के लिए संबंधित एजेंसी ने सेटअप लगाने में जुट गई है। पंजीकरण प्रारंभ करने के लिए उसे पर्यटन महकमे के आदेश का इंतजार है। इससे पहले ही आवश्यक कार्यों को एजेंसी के कर्मचारी पूरा करने में लगे हैं।
प्रेमाअनंत ने बताया कि सरकार इसी माह अगले सप्ताह यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया प्रारंभ करने जा रही है। इसमें यात्रियों को ऑनलाइन के साथ मैनुअल रजिस्ट्रेशन की सुविधा है, लेकिन आठ अप्रैल से पहले ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। जबकि मैनुअल रजिस्ट्रेशन के लिये आठ कांउटर खोले जाने की योजना है। इसके लिये व्यवस्था की जा रही है। तीर्थ यात्रियों के लिए चारधाम पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर विचार किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा की तैयारियों में आई तेजी
चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) को लेकर तीर्थनगरी ऋषिकेश में तैयारियां तेज हो गई हैं। यात्रियों के लिए संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड के भवनों का रंगरोगन किया जा रहा है। पंजीकरण केंद्र में भी यात्रियों के लिए आवश्यक इंतजाम जुटाए जा रहे हैं। चारधाम यात्रा प्रबंधन एवं नियंत्रण संगठन पर तीर्थयात्रियों का सुविधाओं का जिम्मा है।
यात्रा ट्रांजिट एवं पंजीकरण केंद्र (Chardham Transit and Registration Center) में भी डोरमैट्री को वातानुकूलित करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। यात्रियों के आराम के लिए जर्मन हैंगर टैंट की व्यवस्था भी की जा रही है। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय (Garhwal Commissioner Vinay Shankar Pandey) हाल ही में सभी व्यवस्थाओं का चाक-चौबंद करने के निर्देश जारी कर चुके हैं। उन्होंने यात्रियों के आगमन और ठहरने के स्थलों को साफ-सुथरा रखने के साथ ही चमकाने के लिए भी कहा है।
जिसके क्रम में भी संगठन के अधिकारी तैयारियों में युद्धस्तर पर जुटे दिख रहे हैं। संगठन के निजी सचिव एके श्रीवास्तव ने बताया कि अप्रैल में सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जाना है। इस बाबत सभी महकमों को दिशा-निर्देश पहले ही जारी हो चुके हैं।
केदारनाथ-बदरीनाथ चार धाम के कपाट खुलने की तिथि
केदारनाथ-बदरीनाथ (Kedarnath-Badrinath) समेत चारधाम के कपाट खुलने की तारीखों का ऐलान हो गया है। केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) के कपाट 10 मई को सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। चमोली जिले में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट 12 मई को बह्ममुहूर्त का तीर्थ यात्रियों के लिए खुलेंगे। बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खोलने की तारीखों का ऐलान बसंत पंचंमी के दिन हुआ था। जबकि, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों (Gangotri and Yamunotri Temples) के कपाट अक्ष्य तृतीया के दिन खुलेंगे।