जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने अचानक हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि, आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग की। आतंकियों के इस हमले में करीब 26 पर्यटकों के मौत की खबर है, जबकि बड़ी संख्या में लोग जख्मी बताए जा रहे हैं।
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने अचानक हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि, आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग की। आतंकियों के इस हमले में करीब 26 पर्यटकों के मौत की खबर है, जबकि बड़ी संख्या में लोग जख्मी बताए जा रहे हैं।
घायलों में टूरिस्ट्स और लोकल नागरिक दोनों शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस जघन्य हमले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि “जो लोग इस कायराना हमले के पीछे हैं, उन्हें जल्द ही न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं और उच्चस्तरीय बैठक कर रहे हैं।
निर्दोष नागरिकों पर यह नृशंस हमला कायरतापूर्ण
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि पहलगाम (जम्मू और कश्मीर) में आतंकवादी हमले की खबर से बहुत दुख हुआ। निर्दोष नागरिकों पर यह नृशंस हमला कायरतापूर्ण और अत्यधिक निंदनीय कृत्य है।
आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले में पर्यटकों के मारे जाने और कई लोगों के घायल होने की खबर बेहद निंदनीय और दिल दहलाने वाली है। मैं शोकाकुल परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की आशा करता हूं। आतंक के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य होने के खोखले दावों के बजाय अब जवाबदेही लेते हुए ठोस कदम उठाए ताकि आगे ऐसी बर्बर घटनाएं न होने पाएं और निर्दोष भारतीय यूं अपनी जान न गंवाएं।
जारी हुआ हेल्पलाइन नंबर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रशासन ने श्रीनगर में इमरजेंसी कंट्रोल रूम बनाया गया किया है ताकि प्रभावित पर्यटकों और उनके परिजनों को हर संभव सहायता मिल सके। जरूरतमंद लोग हेल्पलाइन नंबर 0194-2457543 और 0194-2483651 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, श्रीनगर के एडीसी आदिल फरीद से भी इस नंबर- 7006058623 पर मदद ली जा सकती है।