संसद के शीतकालीन सत्र का मंगलवार को दूसरा दिन भी टकराव भरा रहने के संकेत दे रहा है।
विपक्ष का कहना है कि चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने, मतदाता सूची की शुद्धि (Correction of voter list) और चुनावी फंडिंग से जुड़े मुद्दों पर संसद में व्यापक बहस होना आवश्यक है। इसी मांग को लेकर उन्होंने प्रदर्शन किया और संसद की कार्यवाही के दौरान भी यह मुद्दा उठाने की तैयारी जताई।
उधर, सरकार ने विपक्ष के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा है कि चुनाव सुधार (Electoral Reforms) एक सतत प्रक्रिया है और इस पर पहले ही कई कदम उठाए जा चुके हैं। सरकार का यह भी कहना है कि विपक्ष केवल राजनीतिक लाभ (political advantage) के लिए हंगामे की रणनीति अपना रहा है। दोनों सदनों में आज भी जोरदार बहस देखने को मिल सकते हैं।