प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संसद खेल महोत्सव में हिस्सा लेने वाले युवा प्रतिभागियों के साथ वर्चुअली बातचीत की। उन्होने देश भर के ऐसे युवाओं को खोजने और उन्हें बढ़ावा देने के महत्व पर ज़ोर दिया जो देश का नाम रोशन कर सकें। पीएम मोदी ने कहा कि आज संसद खेल महोत्सव एक जन आंदोलन बन गया है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को संसद खेल महोत्सव (Sansad Sports Festival) में हिस्सा लेने वाले युवा प्रतिभागियों के साथ वर्चुअली बातचीत की। उन्होने देश भर के ऐसे युवाओं को खोजने और उन्हें बढ़ावा देने के महत्व पर ज़ोर दिया जो देश का नाम रोशन कर सकें। पीएम मोदी ने कहा कि आज संसद खेल महोत्सव (Sansad Sports Festival) एक जन आंदोलन बन गया है। शहरों से लेकर गांवों तक के हर बैकग्राउंड के युवा इसमें शामिल हैं। यह दिखाता है कि इसका पैमाना कितना बड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी (Kashi) से सांसद होने के नाते मैं अपने संसदीय क्षेत्र में इस खेल आयोजन से करीब से जुड़ा रहा हूं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर ज़ोर दिया कि आने वाले सालों में देश कई बड़े खेल आयोजनों की मेज़बानी करेगा और युवाओं से इसमें हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 2030 में भारत अहमदाबाद में कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games in Ahmedabad) की मेज़बानी करेगा। यह आप जैसे युवा एथलीटों के लिए एक शानदार मौका होगा। इतना ही नहीं भारत 2036 में सबसे बड़े खेल आयोजन, ओलंपिक की मेज़बानी करने की भी कोशिश कर रहा है। जो युवा आज 10 या 12 साल के हैं, वे 2036 के ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने सांसदों से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसी प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें बढ़ावा देने का आह्वान किया जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम रोशन कर सकें। पीएम मोदी ने कहा कि हमें उन्हें ढूंढना है, उन्हें बढ़ावा देना है और उन्हें अभी राष्ट्रीय मंच पर लाना है। सांसद खेल महोत्सव इसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसलिए मैं आज सभी सांसदों से कहना चाहूंगा यह आपके लिए एक बड़ी ज़िम्मेदारी है। अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ऐसी प्रतिभाओं को ढूंढें जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और यहां तक कि ओलंपिक में भी भारत का नाम रोशन कर सकें। उन्हें हर संभव मदद दें और उनका मार्गदर्शन करें। संसद खेल महोत्सव का आयोजन 23 दिसंबर से 25 दिसंबर तक किया गया था। प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला से कहीं ज़्यादा, संसद खेल महोत्सव युवाओं में अनुशासन, टीम वर्क और नेतृत्व की भावना पैदा करने का एक आंदोलन है। इसके अलावा पीएम मोदी ने इस साल अलग-अलग खेल आयोजनों में युवाओं को नए मील के पत्थर स्थापित करते देखकर खुशी ज़ाहिर की।