Parliament New Building Inauguration: नए संसद भवन (Parliament New Building) के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों के उद्घाटन समारोह को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। विपक्ष के 21 दलों ने इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) और आदिवासियों का अपमान बताते हुए इसके उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है।
Parliament New Building Inauguration: नए संसद भवन (Parliament New Building) के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के हाथों के उद्घाटन समारोह को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। विपक्ष के 21 दलों ने इसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) और आदिवासियों का अपमान बताते हुए इसके उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। अब इस जंग में भीमराव आंबेडकर (Bhimrao Ambedkar) के पोते और वंचित बहुजन आघाड़ी (Vanchit Bahujan Aghadi) के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) भी अब इसमें कूद पड़े हैं।
‘बीजेपी को हराकर दोबारा राष्ट्रपति से कराएंगे पार्लियामेंट का उद्घाटन’
प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी (RSS-BJP) वैदिक धर्म को मानने वाली और उसकी प्रचारक है। वैदिक धर्म में महिला और आदिवासी का कोई स्थान नहीं है। इसलिए बीजेपी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) से नए संसद भवन का उद्घाटन न कराते हुए पीएम मोदी से इसका उद्घाटन करा रही है। इसकी हम निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि हम आश्वसत करते हैं कि 2024 में आरएसएस और बीजेपी को हराकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के हाथों दोबारा पार्लियामेंट का उद्घाटन कराएंगे।
नये विस्तारित पार्लमेंट का उद्घाटन हो रहा है. बडे दुर्भाग्य की बात है की, केंद्र मे RSS – BJP की सरकार है. RSS-BJP वैदिक धर्म को मानने वाली और उसकी प्रचारक है. वैदिक धर्म मे महिला और आदिवासी को कोई स्थान नही. राष्ट्रपती द्रौपदी मुरमु एक आदिवासी महिला हैं। RSS-BJP की विचारधारा में… pic.twitter.com/2kejlLQvZj
— Prakash Ambedkar (@Prksh_Ambedkar) May 26, 2023
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प्रकाश आंबेडकर(Prakash Ambedkar) ने ट्वीट कर कहा कि नये विस्तारित पार्लियामेंट का उद्घाटन हो रहा है। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि केंद्र में RSS – BJP की सरकार है। RSS-BJP वैदिक धर्म को मानने वाली और उसकी प्रचारक है। वैदिक धर्म में महिला और आदिवासी को कोई स्थान नहीं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) एक आदिवासी महिला हैं। RSS-BJP की विचारधारा में महिला, आदिवासी दोनों ही इंसान नहीं हैं। आज वही दिखाई दे रहा है की द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति होने के बावजूद नये पार्लियामेंट का उद्घाटन उनके हाथों से ना करते हुए बीजेपी अपने आदमी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करा रही है। इसकी हम निंदा करते हैं। देशभर के आदिवासियों को जो संदेश दिया जा रहा है कि उनको कोई स्थान नहीं है। उन्हें आश्वासित करते हैं कि 2024 में RSS- BJP को हराकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) के हाथों दोबारा नये पार्लियामेंट का उद्घाटन कराएंगे।