कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने राज्य में ‘रोहित वेमुला एक्ट’ लागू करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि, कांग्रेस पार्टी हर बच्चे को शिक्षा तक समान पहुंच दिलाने और जातीय भेदभाव को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने राज्य में ‘रोहित वेमुला एक्ट’ लागू करने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि, कांग्रेस पार्टी हर बच्चे को शिक्षा तक समान पहुंच दिलाने और जातीय भेदभाव को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र को शेयर किया है। साथ ही लिखा कि, जब तक हर छात्र को बिना भेदभाव के सम्मान, सुरक्षा और समान अवसर नहीं मिलेगा, तब तक हमारी शिक्षा व्यवस्था सभी के लिए न्यायपूर्ण नहीं हो सकती।
"The murder of bright young people like Rohith Vemula, Payal Tadvi and Darshan Solanki is simply not acceptable. It is time to put a firm end to this.
I urge the Telangana government to enact the Rohith Vemula Act so that no child of India has to face what Dr. B.R.Ambedkar,… pic.twitter.com/7XpgZzbemE
— Congress (@INCIndia) April 21, 2025
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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया जी को पत्र लिखने के बाद मैंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी जी को पत्र लिखकर ‘रोहित वेमुला एक्ट’ लागू करने का आग्रह किया है। कांग्रेस पार्टी हर बच्चे को शिक्षा तक समान पहुंच दिलाने और जातीय भेदभाव को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
बता दें कि, बीते दिनों संसद में राहुल गांधी से दलित, आदिवासी और OBC समुदाय के छात्रों और शिक्षकों की मुलाकात हुई थी। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें किस तरह कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में जाति के आधार पर भेदभाव झेलना पड़ता है। बाबासाहेब अंबेडकर ने दिखाया था कि शिक्षा ही वह साधन है जिससे वंचित भी सशक्त बन कर जातिभेद को तोड़ सकते हैं। लेकिन यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि दशकों बाद भी लाखों छात्र हमारी शिक्षा व्यवस्था में जातिगत भेदभाव का सामना कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने आगे लिखा था कि, इसी भेदभाव ने रोहित वेमुला, पायल तड़वी और दर्शन सोलंकी जैसे होनहार छात्रों की जान ली है। ऐसी भयावह घटनाएं किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जा सकतीं। अब इस अन्याय पर पूरी तरह से रोक लगाने का वक्त है। मैंने सिद्धारमैया जी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि कर्नाटक में रोहित वेमुला एक्ट लागू किया जाए। भारत के किसी भी बच्चे को वो जातिवाद नहीं झेलना चाहिए, जिसे बाबासाहेब अंबेडकर, रोहित वेमुला और करोड़ों लोगों ने सहा है।