दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) में फैकल्टी मेंबर्स को संबोधित करने के लिए राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा (Rajya Sabha MP Manoj Kumar Jha) को दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया गया है। इस पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता झा ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के भारत को विश्व गुरु (Vishwaguru) बनाने के नारे पर कटाक्ष किया है।
नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) में फैकल्टी मेंबर्स को संबोधित करने के लिए राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा (Rajya Sabha MP Manoj Kumar Jha) को दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया गया है। इस पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता झा ने बेहद तीखी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के भारत को विश्व गुरु (Vishwaguru) बनाने के नारे पर कटाक्ष किया है। मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि ‘क्या इसी तरह हम विश्वगुरु (Vishwaguru) बनेंगे? विश्वविद्यालयों को कुएं में बदल कर?’ बता दें कि RJD लीडर डीयू (DU) के डिपार्टमेंट ऑफ सोशल वर्क (Department of Social Work) में प्रोफेसर हैं।
DU के सेंटर फॉर प्रोफेशनल डेवलपमेंट इन हायर एजुकेशन (DU’s Center for Professional Development in Higher Education) की ओर मनोझ झा (Manoj Jha) को आगामी 4 सितंबर को कॉलेज और यूनिवर्सिटी टीचर्स (University Teachers) को वर्चुअली संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया था। सेंटर की डायरेक्टर प्रोफेसर गीता सिंह (Center Director Professor Geeta Singh) की ओर से इसे लेकर निमंत्रण पत्र जारी किया गया था। इसके अनुसार, झा से सोशल वर्क एंड सोशल साइंस (Social Work and Social Science) में रीफ्रेशर कोर्स के लिए रिसोर्स पर्सन के तौर पर जुड़ने की अपील की गई थी। हालांकि, बाद में यह इनविटेशन लेटर वापस ले लिया गया।
यह बनी-बनाई प्रथा का घोर उल्लंघन
मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि उन्हें अब दूसरा मेल मिला है, जिसमें बताया गया कि कुछ अपरिहार्य कारणों से लेक्चर रद्द कर दिया गया है। यह मेल भी सेंटर के निदेशक की ओर से भेजा गया। वीडियो मैसेज जारी करके झा ने कहा कि लेक्चर रद्द करने के कारणों को वे लोग ही अच्छे से बता सकते हैं जिन्होंने यह फैसला लिया। उन्होंने कहा कि ‘मैं इतना कह सकता हूं कि यह जो कुछ भी हो रहा है वो स्थापित प्रथा का घोर उल्लंघन है। यह मेरा विश्वविद्यालय है। मैं यहां पढ़ाता हूं। मैंने यहीं से पढ़ाई-लिखाई की और अब यहां पढ़ा भी रहा हूं।
हम किसी विश्वविद्यालय को मरते हुए नहीं देख सकते
राजद नेता ने कहा कि मैं संसद में, सड़क पर बोल सकता हूं और अखबारों में भी लिख सकता हूं। उन्होंने सवाल किया कि ऐसी क्या वजह है कि मैं अपनी यूनिवर्सिटी के टीचर्स को संबोधित नहीं कर सकता। आखिर किस बात का डर है? गौरतलब है कि मनोज झा (Manoj Jha) संसद में अपने शानदार भाषणों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Union Education Minister Dharmendra Pradhan) को पत्र लिखूंगा और इस ओर उनका ध्यान दिलाऊंगा। मैं उन्हें दिखाना चाहता हूं कि उनकी नाक के नीचे क्या हो रहा है। अगर आपको ऐसी हरकतें मंजूर नहीं हैं, तो फिर इस पर लगाम लगाएं। हम किसी विश्वविद्यालय को मरते हुए नहीं देख सकते।