Sangeet Singh Som jeevan parichay : यूपी के मेरठ जिले में निर्वाचन क्षेत्र - 44, सरधना विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) ने 2007 में बसपा से राजनैतिक करियर की शुरुआत किया। इसके बाद उन्होंने सन 2009 में समाजवादी पार्टी जॉइन की। वह इन दोनों पार्टियों के बाद सन 2011 में भाजपा का दामन थाम लिया। पहली बार बीजेपी के टिकट पर 2012 में सरधना विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) इसी सीट से लगतार दूसरी बार 2017 में विधायक चुने गए।
Sangeet Singh Som jeevan parichay : यूपी के मेरठ जिले में निर्वाचन क्षेत्र – 44, सरधना विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) ने 2007 में बसपा से राजनैतिक करियर की शुरुआत किया। इसके बाद उन्होंने सन 2009 में समाजवादी पार्टी जॉइन की। वह इन दोनों पार्टियों के बाद सन 2011 में भाजपा का दामन थाम लिया। पहली बार बीजेपी के टिकट पर 2012 में सरधना विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) इसी सीट से लगतार दूसरी बार 2017 में विधायक चुने गए।
प्रारंभिक जीवन व शिक्षा
संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) का जन्म एक जनवरी 1979को मेरठ जिले की सरधना तहसील के गांव आलमगीर में हुआ। उनके पिता का नाम ठाकुर ओमवीर सिंह हैं। संगीत सोम ने अपनी इंटर तक की पढ़ाई मुजफ्फरनगर जिले के खतौली स्थित केके जैन इंटर कॉलेज से पूरी की। संगीत सोम की शादी प्रीती सोम संगी से हुई है। संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) भारतीय जनता पार्टी के फॉयर बॉन्ड छवि वाले नेता हैं। इनकी हिंदूवादी नेता की छवि होने की वजह से कुछ छत्रिय संगठनों ने उन्हें ‘ महाठाकुरवीर’ की उपाधि दी है। वह 2013 में मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपियों में से एक हैं। संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) के खिलाफ 24 सितंबर 2013 को नेशनल सिक्युरिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। इन सब के अलावा सोम के बारे में सबसे बड़ी बात है कि मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपियों में सोम का भी नाम शामिल है। संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) एक बार ये जेल भी जा चुके हैं।
ये है पूरा सफरनामा
नाम- संगीत सिंह सोम
निर्वाचन क्षेत्र – 44, सरधना, मेरठ
दल – भारतीय जनता पार्टी
पिता का नाम- ओमवीर सिंह
जन्म तिथि- 01 जनवरी, 1979
जन्म स्थान- आलमगीरपुर मेरठ
धर्म –हिन्दू
जाति- राजपूत
शिक्षा- इण्टरमीडिएट
विवाह तिथि- 23 नवम्बर, 2000
पत्नी का नाम – प्रीति सोम
सन्तान- एक पुत्र, एक पुत्री
व्यवसाय –कृषि
मुख्यावास: ग्राम-आलमगीर पुर, उर्फ फरीदपुर, तहसील- सरधना (मेरठ)।
विधायक संगीत सिंह सोम ने 2017 के चुनाव के हलफनामे के अनुसार कुल 31 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति के मालिक
बीजेपी विधायक संगीत सिंह सोम ने 2017 के चुनाव दिए गए हलफनामे के अनुसार कुल 31 करोड़ रुपये से अधिक (31,06,56,322) की संपत्ति के मालिक थे। जबकि उन पर दो करोड़ रुपये से अधिक (2,37,35,534) की देनदारी थी।
तब उन्होंने जो ब्योरा दिया था, उसके मुताबिक उनके पास 1 लाख 55 हजार रुपए नकद थे। जबकि बैंक खातों में 81 लाख 28 हजार 218 रुपए जमा थे। पत्नी के बैंक खातों में मौजूद राशि को मिलाने के बाद परिवार के बैंक खातों में कुल 81 लाख 47 हजार 206 रुपए थी।
2017 में दी जानकारी के मुताबिक तब संगीत सोम के नाम एक मर्सिडीज कार भी थी, जिसकी कीमत 35 लाख 58 हजार 646 रुपए बताई गई थी। परिवार के नाम पर कुल 51 लाख 58 हजार 646 रुपए की गाड़ियां थीं। संगीत सिंह सोम ने बताया था कि उनके पास 54 ग्राम सोना था, जिसकी तब के मूल्य के अनुसार 1 लाख 51 हजार 200 रुपए कीमत बताई गई थी। जबकि उनकी पत्नी के पास 4 लाख 20 हजार 720 रुपए की ज्वेलरी थी।
8 साल में 20 गुना से अधिक बढ़ी थी संपत्ति
संगीत सोम के पुराने हलफनामों पर नजर डालें तो उनकी संपत्ति में एक तरीके से इजाफा ही हुआ है। संगीत सोम ने साल 2009 में मुजफ्फरनगर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। तब उन्होंने चुनाव आयोग को बताया था कि वे करीब डेढ़ करोड़ (1,64,90,000) की संपत्ति के मालिक हैं। साल 2009 में सोम के पास कोई गाड़ी नहीं थी।
2012 में कितनी थी संपत्ति?
संगीत सिंह सोम (Sangeet Singh Som) ने 2012 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। तब उन्होंने अपने हलफनामें में बताया था कि उनके पास 20 करोड़ रुपये से अधिक (20,22,61,775) की प्रॉपर्टी थी। 2012 में उनके और उनके परिवार के पास कुल दो गाड़ियां थीं, जिनकी कीमत 28 लाख 35 हजार 210 रुपए बताई गई थी।
लोकसभा टिकट नहीं मिलने पर बीजेपी को कहा था अलविदा
साल 2009 में जब बीजेपी ने उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं दिया तो उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया और सपा में शामिल हो गए। सपा ने उन्हें मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से टिकट दिया, लेकिन सोम यहां चुनाव हार गए। 2011 में सोम फिर से बीजेपी में शामिल हो गए।
राजनीतिक योगदान
2012, मार्च 16वीं विधान सभा के सदस्य प्रथम बार निर्वाचित
मार्च, 2017 17वीं विधान सभा के सदस्य दूसरी बार निर्वाचित