बथुया सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें तमाम पोषक तत्व पाये जाते है। सर्दियों में अधिकतर इसका दाल में, साग और रायता या फिर पराठे के तौर पर खूब सेवन किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार बथुआ हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता है।
Side effects of eating Bathua: बथुआ सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें तमाम पोषक तत्व पाये जाते है। सर्दियों में अधिकतर इसका दाल में, साग और रायता या फिर पराठे के तौर पर खूब सेवन किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार बथुआ हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं होता है।
कुछ लोगो को इसके कई साइड इफेक्ट हो सकते है। वहीं अगर शरीर में किडनी, थायराइड या पाचन से संबंधित दिक्कतें हो तो बथुआ का सेवन करने से बचना चाहिए। इतना ही नहीं अगर पाचन से संबंधित दिक्कतें रहती है या फिर किसी तरह की एलर्जी हो तो बथुआ का सेवन नहीं करना चाहिए।
बथुएं में ऑक्सलेट अधिक मात्रा में होता है जो किडनी स्टोन या किडनी से संबंधित दिक्कतें होने पर मुश्किलें बढ़ा सकती है। इसलिए किडनी से संबंधित दिक्कतें होने पर बथुआ का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि ऑक्सलेट किडनी में स्टोन के गठन को बढ़ावा देता है।
इतना ही नहीं प्रेगनेंसी के दौरान बथुएं का सेवन करने से बचना चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान बथुआ का अधिक सेवन करने से गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है, जिससे गर्भपात या समय से पहले प्रसव का खतरा हो सकता है।
साथ ही थायराइड की समस्या होने पर बथुआ का सेवन करने पर समस्या को बढ़ा सकती है। बथुआ में गोइट्रोजेनिक तत्व होते है, जो थायराइड ग्रंथि के कामकाज में बाधा डाल सकते है। यह थायराइड के मरीजों के लिए समस्या हो बढ़ा सकती है। इसलिए थायराइड के मरीजों को बथुआ का सेवन करने से बचना चाहिए।
इसके अलावा जिन लोगो को पाचन से संबंधित या फिर बथुआ खाने से एलर्जी हो उन्हे इसका सेवन नहीं करना चाहिए। कमजोर पाचन वाले लोगो को बथुआ खाने पर गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग और पेट की कई समस्याएं हो सकती है। वहीं अगर बथुआ खाने से एलर्जी है तो इसका सेवन करने से खुजली, रैशेज और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।