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‘Super Earth’:  नए ग्रह 55 Cancri E की हुई खोज , धरती जैसा दिखने की वजह से वैज्ञानिकों ने बताया ‘सुपर अर्थ’

सौर मंडल में पृथ्वी से काफी बड़ा एक नया ग्रह मिला है। बताया जा रहा है ये ग्रह धरती से दोगुने आकार का है। खबरों के अनुसार,बुधवार को अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक तस्वीर जारी की है, जिसमें नए ग्रह की छवि देखी जा सकती है।

By अनूप कुमार 
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NASA 55 Cancri e Super Earth : सौर मंडल में पृथ्वी से काफी बड़ा एक नया ग्रह मिला है। बताया जा रहा है ये ग्रह धरती से दोगुने आकार का है। खबरों के अनुसार,बुधवार को अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक तस्वीर जारी की है, जिसमें नए ग्रह की छवि देखी जा सकती है। वैज्ञानिकों ने इस ग्रह को ’55 क्रैनक्री ई’ (55 Cancri e) नाम दिया है। हालांकि धरती जैसा दिखने की वजह से इसे सुपर अर्थ (Super Earth) भी कहा जा रहा है।

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सुपर अर्थ का वायुमंडल
बता दें कि जहां पृथ्वी का वायुमंडल नाइट्रोजन, ऑक्सीजन और आर्गन जैसी गैस मौजूद हैं तो सुपर अर्थ का वायुमंडल कार्बन डाई ऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड से बना है। जरनल नेचर में छपे एक लेख के अनुसार इस ग्रह पर वायुमंडल होना ही सबसे बड़ा सबूत है। इस नए ग्रह का नाम सुपर अर्थ रखने का कारण भी यही है कि ये पृथ्वी से बड़ा और नेपच्यून से छोटा है। सुपर अर्थ का बॉइलिंग टेम्प्रेचर 2,300 डिग्री सेल्सियस है।

55 कैनक्री ई जिसे जैनसेन के नाम से भी जाना जाता है, कर्क राशि में सूर्य जैसे तारे 55 कैनक्री की परिक्रमा करने वाले पांच ज्ञात ग्रहों में से एक है। पृथ्वी से लगभग दोगुना व्यास और थोड़ा अधिक घनत्व के साथ, ग्रह को सुपर-अर्थ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। पृथ्वी से बड़ा, नेप्च्यून से छोटा, और संभवतः हमारे सौर मंडल में चट्टानी ग्रहों के समान संरचना है।

पृथ्वी से सुपर अर्थ की दूरी
वैज्ञानिकों का कहना है कि सुपर अर्थ की खोज इस तरफ इशारा करती है कि चट्टानी सतह वाले घने वायुमंडल के ग्रह भी सौर मंडल में मौजूद हैं। ये एक्सोप्लैनेट धरती से 41 लाइट ईयर दूर है और 8 गुना ज्यादा भारी भी है। बता दें कि एक लाइट ईयर में 9.7 ट्रिलियन किलोमीटर होते हैं।

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