HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. सुप्रिया श्रीनेत का मोदी सरकार पर तंज, पहले मणिपुर हिंसा काबू करने में फेल, अब वे रोक रहे हैं राहुल गांधी को, किस बात का है डर?

सुप्रिया श्रीनेत का मोदी सरकार पर तंज, पहले मणिपुर हिंसा काबू करने में फेल, अब वे रोक रहे हैं राहुल गांधी को, किस बात का है डर?

Manipur Violence : मणिपुर में 3 मई के बाद से ही जातीय संघर्ष जारी है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य के दौरे पर पहुंचे हैं। वह 29 और 30 जून को मणिपुर में ही रहेंगे। हिंसा शुरू होने के बाद यह किसी कांग्रेस नेता का पहला दौरा है। राहुल गांधी का काफिला विष्णुपुर के पास रोक लिया गया था इसके बाद उन्होंने चॉपर से जाने का फैसला किया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

Manipur Violence : मणिपुर में 3 मई के बाद से ही जातीय संघर्ष जारी है। इस बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी राज्य के दौरे पर पहुंचे हैं। वह 29 और 30 जून को मणिपुर में ही रहेंगे। हिंसा शुरू होने के बाद यह किसी कांग्रेस नेता का पहला दौरा है। राहुल गांधी का काफिला विष्णुपुर के पास रोक लिया गया था इसके बाद उन्होंने चॉपर से जाने का फैसला किया है। राहुल गांधी इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के लोगों से मुलाकात करेंगे और राहत शिविरों का भी दौरा करेंगे।

पढ़ें :- स्वामी प्रसाद मौर्य के मंच पर फेंका गया जूता, भाषण के दौरान हुआ हमला,आरोपी युवक गिरफ्तार

कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी मणिपुर हिंसा के पीडितों से मिलने जा रहे थे। लेकिन भाजपा सरकार ने पुलिस लगाकर उन्हें रोक दिया। राहुल गांधी मणिपुर शांति का संदेश लेकर गए हैं। लेकिन वहां के सत्ताधारी लोगों को शांति से नफरत है। लेकिन यह देश गांधी जी के रास्ते पर चलेगा।
सरकारी कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकार्य और सभी संवैधानिक और लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ती है

मणिपुर के बिष्णुपुर के पास पुलिस द्वारा राहुल गांधी के काफिले को रोके जाने के बाद कांग्रेस ने गुरुवार को सरकार पर निशाना साधा।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जातीय हिंसा से प्रभावित लोगों तक “पहुंचने” से रोकने के लिए “निरंकुश तरीकों” का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सरकारी कार्रवाई पूरी तरह से अस्वीकार्य है और सभी संवैधानिक और लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ती है। एक ट्वीट में, खड़गे ने कहा कि मणिपुर में राहुल गांधी के काफिले को बिष्णुपुर के पास पुलिस ने रोक दिया है। वह राहत शिविरों में पीड़ित लोगों से मिलने और संघर्षग्रस्त राज्य में राहत पहुंचाने के लिए वहां जा रहे हैं। पीएम मोदी ने मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ने की जहमत नहीं उठाई है। उन्होंने राज्य को अपने हाल पर छोड़ दिया है।’ अब, उनकी डबल इंजन वाली विनाशकारी सरकारें राहुल गांधी की पहुंच को रोकने के लिए निरंकुश तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। मणिपुर को शांति की जरूरत है, टकराव की नहीं।

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी केवल शांति का संदेश लेकर पहुंचे थे, लेकिन भाजपा डर गई। मणिपुर सरकार हिंसा पर काबू पाने में विफल रही है। अब वे राहुल गांधी को रोक रहे हैं। उन्हें मोदी सरकार से निर्देश मिल रहे हैं। उन्हें किस बात का डर है?

वे इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं: कांग्रेस

पढ़ें :- मोदी सरकार ने न केवल संविधान ,बल्कि जान पर भी पैदा कर दिया है खतरा : अखिलेश यादव

बिष्णुपुर में एमपीसीसी अध्यक्ष के मेघचंद्र ने कहा कि राहुल गांधी के स्वागत के लिए लोग सड़कों पर खड़े हैं, लेकिन बिष्णुपुर एसपी, एएसपी, एडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी सड़कों को ब्लॉक कर रहे हैं। मैंने सुना है कि मणिपुर के सीएम द्वारा सड़कों को ब्लॉक करने के निर्देश दिए गए थे। वे इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं। वे केवल यह कह रहे हैं कि कानून-व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है और हमें आगे बढ़ने नहीं दे रहे हैं।

ग्रेनेड हमले की आशंका के चलते राहुल गांधी को रोका: बिष्णुपुर एसपी

बिष्णुपुर के एसपी हेसनाम बलराम सिंह ने राहुल गांधी के काफिले को क्यों रोका गया, इसके बारे में बताते हुए कहा कि जमीनी स्थिति को देखते हुए, हमने उन्हें (राहुल गांधी) आगे बढ़ने से रोक दिया और उन्हें हेलीकॉप्टर के माध्यम से चुराचांदपुर की यात्रा करने की सलाह दी। जिस हाईवे से राहुल गांधी जा रहे हैं, वहां ग्रेनेड हमले की आशंका है। उनकी सुरक्षा और संरक्षा को ध्यान में रखते हुए, हमने उन्हें अनुमति नहीं दी है।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...