मुंबई/प्रयागराज। देश के दो बड़े शहरों में सामने आई घटनाएं न केवल प्रशासनिक विफलताओं को उजागर करती हैं, बल्कि यह भी दिखाती हैं कि किस प्रकार विकास और पर्यावरणीय प्रबंधन के नाम पर आम आदमी की ज़िंदगी और शहरों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है। विपक्षी पार्टियां भी इसको