लोकसभा और राज्यसभा से वक्फ संशोधन बिल के पास होने के बाद भी सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। अब एनडीए में शामिल जेडीयू के बाद राष्ट्रीय लोकदल में भी इसको लेकर बगावत हो गयी है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रदेश महासचिव शाहजेब रिजवी ने संसद में वक्फ बिल का समर्थन करने के जयंत चौधरी के फैसले पर नाराजगी जताई है।
नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा से वक्फ संशोधन बिल के पास होने के बाद भी सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। अब एनडीए में शामिल जेडीयू के बाद राष्ट्रीय लोकदल में भी इसको लेकर बगावत हो गयी है। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रदेश महासचिव शाहजेब रिजवी ने संसद में वक्फ बिल का समर्थन करने के जयंत चौधरी के फैसले पर नाराजगी जताई है। साथ ही अपने पद से इस्तीफा देने का एलान करते हुए पार्टी को छोड़ दी है।
शाहजेब रिजवी ने इसको लेकर एक वीडियो को जारी किया है। इसमें उन्होंने जयंत चौधरी के फैसले को मुसलमानों के साथ विश्वासघात बताया है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी को मुसलमान मुख्य धारा में लेकर आए वही पार्टी आज मुसलमानों के खिलाफ बन रहे कानून में जयंत चौधरी ने अपनी सहमति जताई है। इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में भी बगावत हो गई है। वहां भी इस्तीफे शुरू हुए हैं।
शाहजेब ने कहा कि पश्चिमी यूपी में मुसलमान आपको अपनी आंखों का तारा समझ बैठा था। इस इलाके में आपके दस विधायक बने हैं। इनमें कोई ऐसी सीट नहीं है जहां मुसलमानों का अच्छा खासा वोट बैंक न हो। मुसलमानों ने एकतरफा आपको वोट दिया है। आप आज सरकार में बैठे हैं तो केवल इस वजह से कि आपके पास दस विधायक हैं। उन्होंने आगे कहा, कहा कि सेक्यूलिरिज्म की बातें करना और करके दिखाना अलग अलग चीजें हैं। इस समय दिखाने की जरूरत थी। आपको मुसलमानों के पक्ष में खड़ा होने की जरूरत थी। लेकिन आप नहीं खड़े हुए।
उन्होंने कहा कि आज भरे मन से पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा देता हूं। पार्टी भी छोड़ रहा हूं।