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फिल्म निर्देशक पार्थो घोष के अंतिम संस्कार में एक भी व्यक्ति नहीं आया, ये है मुर्दा, निष्प्राण, बॉलीवुड की सच्चाई

बॉलीवुड जगत के जाने-माने डायरेक्टर पार्थो घोष (Director Partho Ghosh) का हार्ट अटैक (Heart Attack) से निधन (Passed Away)  हो गया। एक भी व्यक्ति बॉलीवुड निर्देशक पार्थो घोष का अंतिम संस्कार में नहीं आया। सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो शेयर कर लिखा कि यह है मुर्दा, निष्प्राण, बॉलीवुड की सच्चाई।

By संतोष सिंह 
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मुंबई। बॉलीवुड जगत के जाने-माने डायरेक्टर पार्थो घोष (Director Partho Ghosh) का हार्ट अटैक (Heart Attack) से निधन (Passed Away)  हो गया। एक भी व्यक्ति बॉलीवुड निर्देशक पार्थो घोष का अंतिम संस्कार में नहीं आया। सोशल मीडिया यूजर्स ने वीडियो शेयर कर लिखा कि यह है मुर्दा, निष्प्राण, बॉलीवुड की सच्चाई। बता दें कि अग्निसाक्षी, 100 डेज, दलाल, जैसी चर्चित फिल्में बनाने वाले निर्देशक पार्थो घोष के अंतिम संस्कार में कोई स्टार, मेगा स्टार, मिलेनियम स्टार, किंग खान न कोई भाई नहीं आया।

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बालीवुड एक्टर, राइटर व क्रिटिक्स कमाल राशिद खान डायरेक्टर पार्थो घोष (Director Partho Ghosh) ने अंतिम संस्कार का वीडियो शेयर कर लिखा कि अगर पार्थो घोष जैसे क़ामयाब डायरेक्टर के अंतिम संस्कार में कोई नहीं आया, तो मैं ये कैसे मान लूं कि मेरे अंतिम संस्कार में कोई आएगा? और बालीवुड के हर इंसान को अपने आप से यही सवाल पूछना चाहिए। बालीवुड में जब तक आपकी चलती है तब तक ही आपकी वैल्यू है। केआरके ने लिखा कि मैंने पार्थो घोष जैसे कई बॉलीवुड लोगों के अंतिम संस्कार देखे हैं और यही कारण है कि मेरी अंतिम इच्छा है कि मैं विमान दुर्घटना में मर जाऊं।

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90 के दशक में पार्थो घोष ने इंडस्ट्री में किया था राज

पार्थो घोष 90 के दशक के बेहतरीन डायरेक्टर्स में शुमार किए जाते थे। फिल्मों के जरिए वो समाज की सच्चाई को दुनिया के सामने बेहतरीन ढंग से पेश करने में माहिर थे। यही वजह है कि उनकी फिल्में हमेशा दर्शकों के दिलों को छू लेती थीं। उन्होंने कई सामाजिक मुद्दों पर फिल्में बनाई थीं।

पार्थो घोष ने 90 के दशक में माधुरी दीक्षित (Madhuri Dixit) की फिल्म ‘100 डेज’ और मनीषा कोइराला (Manisha Koirala) की फिल्म ‘अग्निसाक्षी’ बनाकर हर किसी के दिल पर अपने हुनर की गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने 1993 में मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का (Mithun Chakraborty and Ayesha Jhulka) के साथ विवादित फिल्म ‘दलाल’ भी बनाई थी। इन फिल्मों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। हालांकि, उनकी आखिरी हिट फिल्म 1997 में आई ‘गुलाम ए मुस्तफा’ थी। इसमें रवीना टंडन और नाना पाटेकर (Nana Patekar) ने काम किया था। उसके बाद उन्होंने कई फिल्में बनाईं, लेकिन वो उतना कमाल नहीं कर पाईं। फिल्मों के अलावा उन्होंने कई हिंदी और बांग्ला टीवी शोज भी निर्देशित किए। अपने आखिरी दिनों में वो ‘100 डेज’ और ‘अग्निसाक्षी’ के सीक्वल पर काम कर रहे थे। मगर अफसोस उससे पहले ही उन्होंने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पार्थो घोष आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं। लेकिन फैंस की यादों में वो हमेशा जिंदा रहेंगे।

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