सनातन धर्म में पूर्वजों को सम्मान देने के लिए पितृपक्ष में तर्पण और पिंडदान करने की परंपरा है। पौराणिक मान्यता है ऐसा करने से पितृगण प्रसन्न होकर परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
Vastu Tips Pitru Paksha : सनातन धर्म में पूर्वजों को सम्मान देने के लिए पितृपक्ष में तर्पण और पिंडदान करने की परंपरा है। पौराणिक मान्यता है ऐसा करने से पितृगण प्रसन्न होकर परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। पितृपक्ष की शुरुआत हर साल भाद्रपद माह की पूर्णिमा से अमावस्या तक होती है। इस साल 17 सितंबर 2024 से शुरू होकर 2 अक्टूबर 2024 तक रहेगा, इसमें कुल 16 तिथियां पड़ेगी जो इस प्रकार है।
पितृपक्ष की शुरुआत 29 सितंबर 2023 से 14 अक्टूबर तक रहेगा पितृपक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करने के साथ-साथ कुछ वास्तु नियमों का पालन भी जरूर करना चाहिए। आइये जानते है वास्तु टिप्स के बारे में।
1. पितृपक्ष के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि साफ-सफाई बनी रहे। साथ ही रोजाना सुबह के समय मुख्य द्वार पर जल चढ़ाना चाहिए, इससे पितृ प्रसन्न होते हैं।
2.वास्तु शास्त्र के मुताबिक, पितरों की तस्वीर लगाते समय जगह का ध्यान रखें। कभी भी बेडरूम, पूजा घर और रसोई जैसी जगहों पितरों की तस्वीर नहीं लगाना चाहिए।
3.वास्तु के अनुसार, पितृ पक्ष में धन की तिजोरी को घर की दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इस दिशा में ही पितरों का वास होता है, ऐसे में वे प्रसन्न होकर आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।