महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। इधर प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है। बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख भी चुनावी मैदान में उतर गए हैं। अपने दोनों भाइयों के लिए धुंआधार प्रचार कर रहे हैं।
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं। इधर प्रचार अभियान जोर पकड़ रहा है। बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख भी चुनावी मैदान में उतर गए हैं। अपने दोनों भाइयों के लिए धुंआधार प्रचार कर रहे हैं। बता दें कि महाराष्ट्र के लातूर जिले की दोनों विधानसभा सीटों से पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख (Former Chief Minister Vilasrao Deshmukh) के दो बेटे अमित देशमुख (Amit Deshmukh) और धीरज देशमुख (Dheeraj Deshmukh) चुनाव लड़ रहे हैं।
वह कहते हैं धर्म संकट में है, दरअसल उनकी पार्टी खतरे में है
एक्टर रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) के एक भाई कांग्रेस की और दूसरे उद्धव ठाकरे की शिवसेना की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। भाइयों के प्रचार में बॉलीवुड एक्टर रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) भी लातूर पहुंचे। उन्होंने लातूर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार कांग्रेस के धीरज विलासराव देशमुख के लिए वोट मांगा। इस दौरान उन्होंने जो भाषण दिया, वह वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर रितेश के भाषण की खूब चर्चा हो रही है। रितेश ने ‘ज़ापुक ज़ुपुक’ कहकर लोगों से धीरज देशमुख (Dheeraj Deshmukh) लिए वोट करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह कहते हैं धर्म संकट में है, दरअसल उनकी पार्टी खतरे में है।
जब वो कहते हैं कि धर्म खतरे में हैं दरअसल वह झूठ बोलते हैं। उस वक्त धर्म नहीं उनकी पार्टी खतरे में होती है।
-रितेश देशमुख pic.twitter.com/OH8slLcTcK
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— Surendra Rajput (@ssrajputINC) November 11, 2024
धर्म की राजनीति करने के लिए बीजेपी को निशाने पर लिया
रितेश देशमुख ने फिल्मों, बिग बॉस के लयबद्ध संवादों का प्रयोग कर तालियां और सीटियां बटोरीं। वर्तमान राजनीतिक माहौल की तुलना हाल के लोकसभा चुनावों से करते हुए रितेश ने स्थानीय मुद्दों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शहर के प्रसिद्ध शैक्षिक पैटर्न के बावजूद लातूर में नौकरी के अवसरों की कमी है। उन्होंने धर्म की राजनीति करने के लिए बीजेपी को निशाने पर लिया।
भगवान कृष्ण का जिक्र कहा, जो लोग काम नहीं करते हैं वे धर्म को ढाल के रूप में उपयोग करते हैं
रितेश ने भगवान कृष्ण का उल्लेख करते हुए कहा, ‘कर्म ही धर्म है। लगन से कर्तव्यों का पालन करना कर्म है, और वही धर्म है। जो लोग ईमानदारी से काम करते हैं वे धर्म को मूर्त रूप देते हैं, लेकिन जो लोग काम नहीं करते हैं वे धर्म को ढाल के रूप में उपयोग करते हैं।
रितेश देशमुख ने क्या कहा?
रितेश देशमुख ने कहा कि राजनीतिक दल दावा करते हैं कि धर्म खतरे में है, लोगों से ‘धर्म को बचाने’ और ‘धर्म की रक्षा’ करने का आह्वान करते हैं। रितेश ने तर्क दिया कि ये दल वास्तव में धर्म की आड़ में अपनी जरूरतों को छिपाकर अपने राजनीतिक हितों के लिए सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। रितेश ने कहा कि धर्म खतरे में नहीं है, उनका दल खतरे में है और इसलिए वे धर्म को आड़ बना रहे हैं।
मतदाताओं को संबोधित करते हुए रितेश ने लोगों से कहा कि वे विभाजनकारी रणनीति के झांसे में न आएं। उन्होंने सलाह दी, ‘जो लोग धर्म का उपदेश देते हैं, उन्हें बताएं कि हम धर्म का ध्यान रख लेगें, इसके बजाय, आइए उन वास्तविक मुद्दों के बारे में बात करें जो हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं।’ उन्होंने कहा कि उनसे पूछें कि वे हमारी फसलों के लिए क्या कीमत सुनिश्चित करेंगे, क्या हमारी माताएं और बहनें वास्तव में सुरक्षित हैं?’
लातूर ग्रामीण में कड़ा मुकाबला
लातूर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस नेता धीरज देशमुख का मुकाबला भाजपा के रमेश कराड और एमएनएस नेता संतोष गणपतराव नागरगोजे से होगा। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी।