धर्म परिवर्तन (Religion Change) कर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर (Wasim Rizvi alias Jitendra Narayan Singh Sengar) बने पूर्व शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने अब मुसलमानों से घर वापसी करने की खुली अपील कर दी है। उन्होंने धर्म परिवर्तन (Religion Change) करने वाले मुसलमानों को हर महीने तीन हजार रुपए देने का ऐलान भी किया है।
प्रयागराज। धर्म परिवर्तन (Religion Change) कर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर (Wasim Rizvi alias Jitendra Narayan Singh Sengar) बने पूर्व शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने अब मुसलमानों से घर वापसी करने की खुली अपील कर दी है। उन्होंने धर्म परिवर्तन (Religion Change) करने वाले मुसलमानों को हर महीने तीन हजार रुपए देने का ऐलान भी किया है। उन्होंने मंगलवार को महाकुंभ पहुंचकर संगम स्नान भी किया। उन्होंने कहा कि इस्लाम से सनातन धर्म (Sanatan Dharma) अपनाने वालों को तीन हजार रुपए महीना देने के साथ ही उन्हें कारोबार दिलाने में भी मदद की जाएगी।
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर ने आज प्रयागराज महाकुंभ पहुंचकर संगम स्नान किया। कहा कि जो भी मुसलमान सनातन धर्म में वापसी करेंगे उन्हें हर महीने 3 हजार रुपए दिए जाएंगे। pic.twitter.com/1LbbTQblUA
— santosh singh (@SantoshGaharwar) February 11, 2025
वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह सेंगर (Wasim Rizvi alias Jitendra Narayan Singh Sengar) ने कहा कि आज संगम स्नान कर बड़ी खुशी महसूस हो रही है। मैं इस पवित्र भूमि से पूरे देश के मुसलमानों से अनुरोध करता हूं कि वे सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में घर वापसी के संदर्भ में विचार करें। कहा कि मैं अपने मित्रों के माध्यम से एक ऐसा संगठन तैयार कर रहा हूं जो हमारे संगठन के माध्यम से जो मुस्लिम परिवार सनातन धर्म में घर वापसी करेगा, उसे तीन हजार रुपए हर महीने देंगे। ये तीन हजार रुपए तब तक देंगे, जब तक वे पूरी तरह से सनातन धर्म में सेटल्ड न हो जाएं। जो लोग कारोबार करना चाहेंगे, उन्हें कारोबार में मदद करेंगे।
उन्होंने कहा कि आपको कट्टरपंथी और जेहादी मानसिकता से बाहर निकलना पड़ेगा। अपनी खुशी से सनातन धर्म में घर वापसी कीजिए। सनातन धर्म आपका स्वागत करता है। वसीम रिजवी ने 3 साल पहले इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया था। धर्म बदलने के बाद उन्होंने अपना नाम भी वसीम रिजवी से जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (Wasim Rizvi to Jitendra Narayan Singh Tyagi) रख लिया था। जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नरसिंहानंद गिरि (Mahamandaleshwar Narasimha Nand Giri of Juna Akhada) ने उन्हें सनातन धर्म ग्रहण कराया था और नया नाम दिया था।
उन्होंने तब सनातन धर्म (Sanatan Dharma) अपनाते हुए कहा था कि यह दुनिया का सबसे पुराना धर्म है। वसीम रिजवी के सनातन धर्म (Sanatan Dharma) ग्रहण करने के बाद उनका शुद्धिकरण किया गया था। हवन-यज्ञ भी किया गया।