समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को एक्स पोस्ट पर कीचड़ युक्त रास्ते से मरीज को खाट पर लिटाकर ले जाने का वीडियो शेयर किया है। जिसमें लिखा कि मेडिकल सेवा की दुर्दशा और दुर्गति में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार (BJP Government) रिकार्ड पर रिकॉर्ड बना रही है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को एक्स पोस्ट पर कीचड़ युक्त रास्ते से मरीज को खाट पर लिटाकर ले जाने का वीडियो शेयर किया है। जिसमें लिखा कि मेडिकल सेवा की दुर्दशा और दुर्गति में उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार (BJP Government) रिकार्ड पर रिकॉर्ड बना रही है। बताते चलें कि नीति आयोग (NITI Aayog) के हेल्थ इंडेक्स (Health Index) में उत्तर प्रदेश को सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में गिना गया है। इसके पीछे प्रशासनिक लापरवाही को इसकी मुख्य वजह माना गया है।
हाल ही यूपी के जौनपुर जिले के एक सरकारी अस्पताल में बिना खून की जाँच के ही रिपोर्ट दे दी गई, जो स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही को दर्शाता है। यूपी की योगी सरकार (Yogi Government) ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कई योजनाएं शुरू करने का दावा करते नहीं थकती है, जैसे कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त दवाएं और बेहतर संसाधन की बात हो। हालांकि, जमीनी हकीकत ये है कि मरीजों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं।
मेडिकल सेवा की दुर्दशा और दुर्गति में उप्र की भाजपा सरकार रिकार्ड पर रिकॉर्ड बना रही है। pic.twitter.com/nQuSZ230Zv
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 17, 2025
प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और अन्य विपक्षी दलों का आरोप है कि भाजपा सरकार (BJP Government) की उपेक्षा के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो गई हैं, और निजी अस्पतालों की मनमानी पर कोई नियंत्रण नहीं है। योगी सरकार (Yogi Government) के दावों के उलट उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। ग्रामीण क्षेत्रों में एम्बुलेंस और सड़कों की कमी, शहरी अस्पतालों में दवाओं और संसाधनों की अनुपलब्धता, और स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही जैसी समस्याएं आए दिन उजागर हो रही हैं। हालांकि सरकार ने सुधार के दावे किए हैं, लेकिन हाल की घटनाएं और मीडिया रिपोर्ट्स यह संकेत देती हैं कि इन दावों का जमीनी स्तर पर बहुत कम प्रभाव पड़ा है।