The right way to use AC: भारत में गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है, जल्द ही लोगों को एसी और कूलर की जरूरत पड़ने वाली है। लेकिन, ज्यादातर लोग बिजली के बिल के चक्कर में एसी का इस्तेमाल कम ही करने सोचते हैं। ऐसे में हम आपको कुछ जरूरी बातें बताने वाले हैं जो बिजली की खपत कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। आइये इन तरीकों के बारे में जान लेते हैं-
The right way to use AC: भारत में गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है, जल्द ही लोगों को एसी और कूलर की जरूरत पड़ने वाली है। लेकिन, ज्यादातर लोग बिजली के बिल के चक्कर में एसी का इस्तेमाल कम ही करने सोचते हैं। ऐसे में हम आपको कुछ जरूरी बातें बताने वाले हैं जो बिजली की खपत कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। आइये इन तरीकों के बारे में जान लेते हैं-
एसी का इस्तेमाल करते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
1- टेम्प्रेचर: आमतौर पर लोगों को नहीं पता होता है कि एसी को किस टेम्प्रेचर पर इस्तेमाल किया जाए। ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी के मुताबिक, एसी को 24°C पर सेट रखना चाहिए। यह टेम्प्रेचर इंसानों के लिए भी कम्फर्टेबल होता है और बिजली की खपत भी कम होती है। एक रिपोर्ट की मानें तो एसी को कम पर चलाने के दौरान प्रति 1°C टेम्प्रेचर बिजली के बिल में 10 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। यानी अगर आप एसी को 24°C से 23°C पर चलाते हैं तो बिजली का बिल 10 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा। इसके अलावा, आप रात के समय टाइमर और स्लीप मोड का इस्तेमाल कर सकते हैं।
2- रेगुलर सर्विस: गाड़ियों और अन्य मशीनों की तरह एसी की समय-समय पर सर्विस जरूरी है। अगर आप लंबे समय तक एसी की सर्विस नहीं कराते हैं तो गंदे फिल्टर और वेंट्स की वजह से AC को कमरा ठंडा करने में ज्यादा जोर लगना पड़ता है। जिसकी वजह से बिजली की खपत भी बढ़ जाती है। इसके अलावा, सर्विस न मिलने पर आपका एसी खराब भी हो सकता है। ऐसे में आपको नया एसी खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
3- इन्वर्टर टेक्नोलॉजी: नया एसी खरीदते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें कि एसी इन्वर्टर टेक्नोलॉजी वाला है या नहीं। दरअसल, बाजार में आमतौर पर दो प्रकार के एसी बेचे जाते हैं- इन्वर्टर एसी और नान इन्वर्टर एसी। इन्वर्टर एसी कमरे के टेम्प्रेचर के मुताबिक, कंप्रेसर स्पीड को एडजस्ट करता है। जिससे बिजली खपत की कम होती है। वहीं, नान इन्वर्टर एसी बार-बार ऑन और ऑफ होता रहता है, जिसके बिजली की खपत बढ़ जाती है।