नई दिल्ली। पाकिस्तान को भारत के पंजीकृत विमान का एयरस्पेस बंद करने भारी नुकसान हो रहा है। अप्रैल में हुए पहलगाम हमले के बाद से भारत ने इंदस वाटर्स ट्रिटी को निलंबित कर दिया था। पाकिस्तान ने इसके बाद 24 अप्रैल को भारतीय पंजीकृत विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। पाकिस्तान के इस कदम के बाद उसका ही नुकसान हो रहा है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान को भारत के पंजीकृत विमान का एयरस्पेस बंद करने भारी नुकसान हो रहा है। अप्रैल में हुए पहलगाम हमले के बाद से भारत ने इंदस वाटर्स ट्रिटी को निलंबित कर दिया था। पाकिस्तान ने इसके बाद 24 अप्रैल को भारतीय पंजीकृत विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। पाकिस्तान के इस कदम के बाद उसका ही नुकसान हो रहा है। दो माह के अंदर पाकिस्तान एयरपोर्ट अथॅारिटी को 1240 करोड़ का नुकसान हो चुका है। यह जानकारी डॉन ने पाकिस्तान रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक बयान के हवाले से दी है
पाकिस्तान ने भारतीय स्वामित्व, संचालन या लीज पर चलने वाले सभी विमानों को अपने एयरस्पेस से उड़ान भरने से रोक दिया है। इस कारण पाकिस्तान का ओवरफ्लाइंग राजस्व प्रभावित हुआ है और ट्रांजिट एयर ट्रैफिक लगभग 20 प्रतिशत घट गया है। 24 अप्रैल से 30 जून के बीच पाकिस्तान में रोजाना 100 से 150 भारतीय विमानों की उड़ानें प्रभावित हुईं, जिससे PAA के ओवरफ्लाइंग शुल्क में भारी गिरावट आई।
पाकिस्तान ने 24 अगस्त तक लगाया है प्रतिबंध
पाकिस्तान ने इस एयरस्पेस बंदी को 24 अगस्त 2025 तक बढ़ा दिया है। पाकिस्तानी विमानपत्तन प्राधिकरण (PPA) ने नोटम जारी कर कहा कि भारतीय पंजीकृत और संबंधित विमानों को 24 अगस्त की सुबह 4:59 बजे तक पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में उड़ान की अनुमति नहीं होगी, जिसमें सैन्य उड़ानें भी शामिल हैं। भारतीय विमान सेवाएं अन्य अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर बिना किसी रुकावट के उड़ान भर रही हैं, जबकि पाकिस्तानी एयरलाइंस अभी भी भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रतिबंधित हैं।
द रेजिस्टेंस फ्रंट ली थी पहलगाम हमले की जिम्मेदारी
पहलगाम में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।