दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में कांग्रेस महासचिव व सासंद प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary and MP Priyanka Gandhi Vadra) शनिवार को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज संसद में बजट की चर्चा हुई। इन्होंने कहा कि मिडिल क्लास के लिए 12 लाख रुपये तक का इनकम टैक्स फ्री कर दिया है।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में कांग्रेस महासचिव व सासंद प्रियंका गांधी वाड्रा (Congress General Secretary and MP Priyanka Gandhi Vadra) शनिवार को नई दिल्ली विधानसभा सीट पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज संसद में बजट की चर्चा हुई। इन्होंने कहा कि मिडिल क्लास के लिए 12 लाख रुपये तक का इनकम टैक्स फ्री कर दिया है। लेकिन कोई सरकार से पूछे कि देश में कितने लोग टैक्स भरने लायक हैं, कितने लोग साल का 12 लाख रूपये कमा पा रहे हैं? जबकि सच्चाई ये है कि सिर्फ 7 करोड़ लोग देश में टैक्स भरते हैं। 135 करोड़ जनता टैक्स नहीं भर पा रही है, क्योंकि वह इतना कमा ही नहीं पाती। इस सरकार ने हर चीज पर GST लगा रखा है, हर चीज महंगी हो गई है। महंगाई बेतहाशा बढ़ी है, लेकिन कमाई ठप हो गई है।
LIVE: Smt. @priyankagandhi ji addresses a public meeting at New Delhi Vidhan Sabha | Delhi. https://t.co/Y0qolMSkqC
— Congress (@INCIndia) February 1, 2025
जब केंद्र में तमाम सरकारी पद खाली पड़े हैं और दिल्ली में करीब 25 हजार रिक्त पद खाली हैं
प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कहा कि आज देश में माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे पढ़े-लिखें, उनके जैसा संघर्ष न झेले। मां-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे खुश रहें और खूब तरक्की करें। लेकिन फिर भी बच्चे आज बेरोजगार घूम रहे हैं। ये हाल तब है, जब केंद्र में तमाम सरकारी पद खाली पड़े हैं और दिल्ली में करीब 25 हजार रिक्त पद खाली हैं।
प्रियंका गांधी ने कहा कि आज बच्चों की उम्मीदें बढ़ रही है, जिसे हम पूरा करने की कोशिश करते हैं। लेकिन उसके लिए पैसे चाहिए और पैसे के लिए रोजगार चाहिए, जो आपको नहीं मिल रहा है, क्योंकि नरेंद्र मोदी ने सब खत्म कर दिया। पहले लोगों को रोजगार खेती से मिलता था। दूसरा छोटी दुकानों से मिलता था। तीसरा छोटे बिजनेसमैन रोजगार देते थे। चौथा बड़े-बड़े PSUs से रोजगार मिलता था। लेकिन नरेंद्र मोदी ने सरकारी PSUs बड़े-बड़े अरबपतियों को बेच दिए। हर जगह निजीकरण हो रहा, इस कारण स्थायी रोजगार भी नहीं रहा।