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सियाचिन ग्लेशियर में तैनात अग्निवीर गावटे अक्षय लक्ष्मण शहीद,चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे ने बलिदान को किया सलाम

देश की रक्षा में तैनात पहले अग्निवीर ने आज देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) में तैनात अग्निवीर (ऑपरेटर) गावटे अक्षय लक्ष्मण (Agniveer (Operator) Gavate Akshay Laxman) शहीद हो गए हैं। अक्षय पहले अग्निवीर हैं, जो ऑपरेशन में दौरान शहीद हुए हैं।

By संतोष सिंह 
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नई दिल्ली। देश की रक्षा में तैनात पहले अग्निवीर ने आज देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी। लद्दाख में सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) में तैनात अग्निवीर (ऑपरेटर) गावटे अक्षय लक्ष्मण (Agniveer (Operator) Gavate Akshay Laxman) शहीद हो गए हैं। अक्षय पहले अग्निवीर हैं, जो ऑपरेशन में दौरान शहीद हुए हैं।

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शोक संतृप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं: सेना

अग्निवीर (ऑपरेटर) गावटे अक्षय लक्ष्मण (Agniveer (Operator) Gavate Akshay Laxman) की शहादत पर भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पोस्ट पर एक शोक संदेश में लिखा है कि हम दुख की इस घड़ी में शोक संतृप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। हालांकि अक्षय की शहादत किस वजह से हुई है, यह जानकारी सामने नहीं आई है।

जनरल मनोज पांडे ने दी श्रद्धांजलि

चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल मनोज पांडे (Chief of Army Staff General Manoj Pandey) और भारतीय सेना (Indian Army) के सभी रैंक के अधिकारियों ने सियाचिन की दुर्गम ऊंचाइयों पर ड्यूटी करते हुए शहीद हुए अग्निवीर गवते अक्षय लक्ष्मण (Akshay Laxman) को श्रद्धांजलि दी है।

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11 अक्टूबर को एक अग्निवीर ने की थी आत्महत्या

बता दें कि इससे पहले 11 अक्टूबर को पुंछ सेक्टर में संतरी ड्यूटी के दौरान अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने आत्महत्या कर ली थी। सेना ने अमृतपाल को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया था, क्योंकि ऐसे मामलों में सैन्य अंत्येष्टि का अधिकार नहीं है। सेना ने बताया था कि हर साल करीब 140 जवान आत्महत्या या चोटों के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसी स्थिति में सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of Honour) नहीं दिया जाता है।

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सबसे ज्यादा ऊंचाई वाला वॉर इलाका है सियाचिन

बता दें कि सियाचिन ग्लेशियर (Siachen Glacier) दुनिया में सबसे ज्यादा ऊंचाई वाला वॉर इलाका है। सियाचिन भारत पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पास है। यह ग्लेशियर भारत का सबसे बड़ा और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है।

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