Kanpur Dehat Burnt Case : कानपुर देहात जिला प्रशासन (Kanpur Dehat District Administration) के संवेदनहीन और लापरवाही भरे रवैये ने दो जिंदगियों को खत्म कर दिया है। एक झोपड़ी को गिराने के लिए प्रशासन बुलडोजर लेकर पहुंचा, लेकिन उसमें मौजूद मां-बेटी की परवाह तक नहीं की। उसी वक्त झोपड़ी में आग लग गई और दूसरी तरफ से आंखों पर पट्टी बांधे अधिकारियों ने बुलडोजर चलाने का आदेश दे दिया।
Kanpur Dehat Burnt Case : कानपुर देहात जिला प्रशासन (Kanpur Dehat District Administration) के संवेदनहीन और लापरवाही भरे रवैये ने दो जिंदगियों को खत्म कर दिया है। एक झोपड़ी को गिराने के लिए प्रशासन बुलडोजर लेकर पहुंचा, लेकिन उसमें मौजूद मां-बेटी की परवाह तक नहीं की। उसी वक्त झोपड़ी में आग लग गई और दूसरी तरफ से आंखों पर पट्टी बांधे अधिकारियों ने बुलडोजर चलाने का आदेश दे दिया।
शासन-प्रशासन जब अभय एवं निर्भय की जगह भय और उत्पीड़न के प्रतीक बन जाएं तो समझ लेना चाहिए उनका अंत निकट है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 14, 2023
इस घटना प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Leader of Opposition in UP Assembly Akhilesh Yadav) ने शासन-प्रशासन जब अभय एवं निर्भय की जगह भय और उत्पीड़न के प्रतीक बन जाएं तो समझ लेना चाहिए उनका अंत निकट है।