परमाणु ऊर्जा से संचालित अमेरिकी विमानवाहक पोत त्रिपक्षीय अभ्यास के लिए शनिवार को दक्षिण कोरिया पहुंचा। रूस और उत्तर कोरिया की गुटबंदी के बाद उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों के सैन्य प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने के तहत ‘यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप’(USS Theodore Roosevelt Strike Group') दक्षिण कोरिया के बुसान शहर पहुंचा।
American aircraft carrier : परमाणु ऊर्जा से संचालित अमेरिकी विमानवाहक पोत त्रिपक्षीय अभ्यास के लिए शनिवार को दक्षिण कोरिया पहुंचा। रूस और उत्तर कोरिया की गुटबंदी के बाद उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरों से निपटने के लिए दोनों देशों के सैन्य प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने के तहत ‘यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट स्ट्राइक ग्रुप’(USS Theodore Roosevelt Strike Group’) दक्षिण कोरिया के बुसान शहर पहुंचा।
दक्षिण कोरियाई नौसेना के अनुसार, अमेरिकी विमानवाहक पोत उत्तर कोरिया से खतरों का मुकाबला करने के उद्देश्य से संयुक्त सैन्य अभ्यास में भाग लेने आए।
दक्षिण कोरियाई नौसेना ने एक बयान में कहा,अमेरिकी नौसेना का विमानवाहक पोत थियोडोर रूजवेल्ट 22 जून की सुबह बुसान नौसेना बेस पर पहुंचा। इसका आगमन दक्षिण कोरिया-अमेरिका गठबंधन की मजबूत संयुक्त रक्षा स्थिति और उत्तर कोरिया से बढ़ते खतरों का जवाब देने के उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है ।
इससे एक दिन पहले दक्षिण कोरिया ने रूस के राजदूत को तलब किया था और इस हफ्ते के शुरू में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच एक समझौते के लिए बनी सहमति को लेकर विरोध दर्ज कराया था।
दक्षिण कोरिया का कहना है कि यह समझौता उसकी सुरक्षा के लिए खतरा है और उसने चेतावनी दी है कि वह रूसी आक्रमण से निपटने के लिए यूक्रेन को हथियार भेजने पर विचार कर सकता है।