दुनियाभर में कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के दौरान लोगों को टीके मुहैया कराने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने अपना कोरोना का टीका Corona Vaccine) वापस मंगा लिया है। कंपनी ने कहा है कि वह दुनियाभर से अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन ( Vaxzervaria Vaccine) को वापस मंगा रही है।
नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के दौरान लोगों को टीके मुहैया कराने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने अपना कोरोना का टीका Corona Vaccine) वापस मंगा लिया है। कंपनी ने कहा है कि वह दुनियाभर से अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन ( Vaxzervaria Vaccine) को वापस मंगा रही है।
बता दें कि एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) के लाइसेंस वाली कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) ही भारत में भी कोरोना से बचाव के लिए दी गई थी। भारत में लगाई गई कोविशील्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) भी उसी फार्मूले पर बनी है, जिस पर वैक्सजेवरिया वैक्सीन बनी है। भारत में कोविशील्ड का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) ने किया था, लेकिन अभी तक भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) वापस लेने का कोई फैसला नहीं हुआ है।
द टेलीग्राफ (The Telegraph) की रिपोर्ट के अनुसार, एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने दावा किया कि वैक्सीन का अपडेट संस्करण उपलब्ध है। ऐसे में वैक्सीन के पुराने स्टॉक को वापस मंगाया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने 5 मार्च को ही वैक्सीन वैक्सजेरवरिया (Vaccine Vaxzervaria) को वापस मंगाने का फैसला कर लिया था, लेकिन यह आदेश 7 मई से प्रभावी हुआ। ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मास्यूटिकल कंपनी (British-Swedish Pharmaceutical Company) एस्ट्राजेनेका का यह कदम ऐसे वक्त सामने आया है, जब कंपनी ने बीते दिनों ही स्वीकार किया है कि कुछ मामलों में कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने आए हैं और इसकी वजह से कुछ लोगों में थ्रंबोसिस थ्रंबोसाइटोपीनिया सिंड्रोम (Thrombosis Thrombocytopenia Syndrome) बीमारी के लक्षण देखे गए हैं, जिसमें लोगों में खून के थक्के जमने लग जाते हैं।
कंपनी के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे
एस्ट्राजेनेका कंपनी (AstraZeneca Company) कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) को लेकर कई मुकदमों का सामना कर रही है। आरोप है कि कोविड वैक्सीन (Covid Vaccine) लगने के बाद कई लोगों की जान गई है। जैमी स्कॉट नामक एक व्यक्ति ने एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। स्कॉट का आरोप है कि वैक्सीन लेने के बाद उसके शरीर में खून के थक्के जमने की समस्या हुई और दिमाग में भी ब्लीडिंग हुई। इससे उसके मस्तिष्क को नुकसान हुआ। ऐसे ही कंपनी के खिलाफ 50 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। कंपनी ने भी कोर्ट में लिखित दस्तावेजों में स्वीकार किया कि कोरोना वैक्सीन (Covid Vaccine) के कुछ दुर्लभ मामलों में साइड इफेक्ट (Side Effect) दिख सकते हैं।
भारत में भी उठी चिंताएं
एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने यूरोप और दुनिया के अन्य देशों से ही कोरोना वैक्सीन वापस मंगाने का फैसला किया है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) की तरफ से अभी तक ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया है। भारत में भी कोविशील्ड को लेकर चिंता उठ रही है और इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका भी दायर की गई है और वैक्सीन की सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर सुनवाई की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) भी सुनवाई के लिए सहमत हो गया है, लेकिन अभी तक तारीख तय नहीं हुई है।