बांग्लादेश में बीते कई दिनों से स्थिति काफी खराब बनी हुई है। राजनीति उथल-पुथल के बीच देश के मुख्य न्यायाधीश के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है। अब खबर आ रही है कि, प्रदर्शनकारियों के अल्टीमेटम के बाद बांग्लादेश के चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन को इस्तीफा देना पड़ा है।
Bangladesh: बांग्लादेश में बीते कई दिनों से स्थिति काफी खराब बनी हुई है। राजनीति उथल-पुथल के बीच देश के मुख्य न्यायाधीश के इस्तीफे की मांग तेज हो गई है। अब खबर आ रही है कि, प्रदर्शनकारियों के अल्टीमेटम के बाद बांग्लादेश के चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन को इस्तीफा देना पड़ा है। ओबैदुल हसन को पिछले वर्ष बांग्लादेश का चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था। हसन को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का करीबी भी माना जाता है।
मीडिया रिपोर्ट की माने तो बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने शनिवार ढाका में हाईकोर्ट बिल्डिंग के सामने एकत्र होकर होकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने चीफ जस्टिस समेत सात जजों के इस्तीफे की मांग की थी। प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हुए थे और उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक वे इस आंदोलन को जारी रखेंगे। इस बीच सुरक्षा को देखते हुए हाई कोर्ट परिसर में बांग्लादेश सेना के जवानों को तैनात किया गया।
आरक्षण के विरोध से भड़की हिंसा
बांग्लादेश में 1971 में देश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रतता सेनानियों के लिए तय किए आरक्षण के खिलाफ जुलाई में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए थे। धीरे-धीरे ये विरोध प्रदर्शन पूरे देश में फैल गए और छात्रों द्वारा प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की जाने लगी। ये विरोध प्रदर्शन इतने हिंसक हो गए कि पांच अगस्त को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं। वहीं बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में गुरुवार को अंतरिम सरकार का गठन किया जाना है। इस अंतरिम सरकार की देखरेख में ही अगले कुछ महीनों में चुनाव कराए जाने की बात कही गई है।