बिहार में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव का जितना नाम से उतना ही बड़ा नाम अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार का है। बाहुबली नेता होने के साथ- साथ अनंत सिंह हमेंशा अपने बयानों और कामों के कारण चर्चा में बने रहते है, लेकिन शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने सबके होश उड़ा दिए है। इस वीडियो के माध्यम से विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बाहुबल नेता अनंत सिंह को सीधे तौर पर चुनौती दे डाली है। तेजस्वकी यादव के इस हरकत की वजह से बिहार की राजनीति गर्म हो गई है।
पटना। बिहार में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव का जितना नाम से उतना ही बड़ा नाम अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार का है। बाहुबली नेता होने के साथ- साथ अनंत सिंह हमेंशा अपने बयानों और कामों के कारण चर्चा में बने रहते है, लेकिन शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने सबके होश उड़ा दिए है। इस वीडियो के माध्यम से विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बाहुबली नेता अनंत सिंह को सीधे तौर पर चुनौती दे डाली है। तेजस्वी यादव के इस हरकत की वजह से बिहार की राजनीति गर्म हो गई है।
बिहार के मोकामा में शुक्रवार को सियासी हलचल तेज हो गई। इसकी वजह कोई चुनावी रैली या घोषणा नहीं है, बल्कि तेजस्वी यादव की घुड़सवारी है। तेजस्वी की यह घुड़सवारी ने न सिर्फ सियासी गलियारों में, बल्कि सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा बटोरी रही। है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ ही दिन पहले अनंत सिंह अपने बेटे को घुड़सवारी सिखाते हुए देखे गए थे, और उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए थी। अब तेजस्वी की घुड़सवारी को अनंत सिंह को सीधी चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है।
तेजस्वी जी का आज नया अंदाज मोकामा में देखने को मिला. अनंत सिंह का चुनावी अंत तय है इसबार। pic.twitter.com/xVy1nXSwhL
— Pratik Patel (@PratikVoiceObc) September 17, 2025
चुनावी रथ छोड़ घोड़े पर सवार हुए तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने मोकामा में अपनी यात्रा के दौरान चुनावी रथ छोड़कर घोड़े पर सवारी की है, जिसे उनके शक्ति प्रदर्शन के रूप में माना जा रहा है। बिहार में घोड़े की सवारी को मर्दानगी और दबदबे का प्रतीक माना जाता है। मोकामा को अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार का गढ़ कहा जाता है, जहां उनकी मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिलता है। इस दौरान तेजस्वी का यह कदम अनंत सिंह को साफ संदेश देता है कि अब मोकामा सिर्फ उनका गढ़ नहीं रहा है। तेजस्वी की घुड़सवारी एक साधारण घटना नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई राजनीतिक मायने छुपे हैं। तेजस्वी ने मोकामा में घोड़े पर चढ़कर यह दिखाया है कि वे अनंत सिंह के गढ़ में उन्हें टक्कर देने के लिए वह तैयार हैं। यह सिर्फ एक सांकेतिक कदम नहीं, बल्कि उनके आक्रामक तेवरों को दर्शाता है।
मोकामा सीट पर हो सकता है चौंकाने वाला फैसला
तेजस्वी यादव ने भले ही किसी का नाम न लिया हो, लेकिन उन्होंने यह संकेत दिया है कि इस बार मोकामा सीट पर कोई चौंकाने वाला फैसला सामने आएगा। अटकलें लगाई जा रही हैं कि आरजेडी यहां से सूरजभान सिंह या उनकी पसंद के किसी व्यक्ति को मैदान में उतार सकती है।