अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, उप्र में ललितपुर के देवगढ़ क्षेत्र में जल जीवन मिशन के बारे में खोज-खबर लेने निकले जो अधिकारीगण मधुमक्खियों का शिकार हुए हैं उन्हें गंभीरता पूर्वक सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। ये तो सपा के समय बनी उस सड़क और एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया है कि उन्हें समय रहते अस्पताल पहुंचाने की सुविधा मिल गयी।
लखनऊ। जल जीवन मिशन योजना के तहत ‘हर घर शुद्ध जल’ पहुंचाने की हकीकत जानने के लिए अधिकारी जमीन पर उतर आए हैं। नोडल अधिकारियों की नियुक्ति इस योजना की जमीनी हकीकत जानने के लिए हुई। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, जिस काम की प्रगति को दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ रहा हो, वो सच में कितना हुआ है कहने की ज़रूरत नहीं।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, उप्र में ललितपुर के देवगढ़ क्षेत्र में जल जीवन मिशन के बारे में खोज-खबर लेने निकले जो अधिकारीगण मधुमक्खियों का शिकार हुए हैं उन्हें गंभीरता पूर्वक सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। ये तो सपा के समय बनी उस सड़क और एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया है कि उन्हें समय रहते अस्पताल पहुंचाने की सुविधा मिल गयी।
उप्र में ललितपुर के देवगढ़ क्षेत्र में जल जीवन मिशन के बारे में खोज-खबर लेने निकले जो अधिकारीगण मधुमक्खियों का शिकार हुए हैं उन्हें गंभीरता पूर्वक सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। ये तो सपा के समय बनी उस सड़क और एंबुलेंस सेवा का शुक्रिया है कि उन्हें समय रहते अस्पताल पहुँचाने… pic.twitter.com/yPixKCBLHA
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 26, 2025
उन्होंने आगे लिखा, भाजपा सरकार, गौशाला, छुट्टा पशुओं और जल जीवन जैसे दिखावटी सर्वेक्षणों पर जनता के टैक्स का पैसा बर्बाद न करे। जिस काम की प्रगति को दूरबीन लेकर ढूंढना पड़ रहा हो, वो सच में कितना हुआ है कहने की ज़रूरत नहीं। ऐसे झूठे कामों की समीक्षा के लिए भाजपा अपने कार्यकर्ता कभी नहीं भेजती क्योंकि वो जानती है कि जनता का रोष-आक्रोश भी इसी तरह के किसी हमले में बदल सकता है।
बता दें कि, यूपी के ललितपुर जिले के देवगढ़ क्षेत्र में रविवार को विकास योजनाओं के निरीक्षण पर पहुंची अधिकारियों की टीम पर मधुमक्खियों ने अचानक हमला कर दिया। इस हमले में कई लोग घायल हो गए। घायलों में नायब तहसीलदार, पुलिस उपनिरीक्षक, लेखपाल, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अफसर भी शामिल थे।