सरकारी अभिलेखों के अनुसार महाकुंभ में 66 करोड़ लोग आए और इस दौरान लगभग 18000 मेट्रिक टन कूड़ा निकला। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह कूड़ा कुंभ क्षेत्र से निकाल कर प्रयागराज से 10 किलोमीटर दक्षिण स्थित बसवार कूड़ा निष्पादन केंद्र पर पहुंचाया जा चुका है किंतु बसवार केंद्र से कूड़े का समुचित निस्तारण नहीं हुआ है।
लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने महाकुंभ के दौरान निकले कूड़े के निस्तारण में घोर लापरवाही के संबंध में आज नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में परिवाद दायर किया है।
अपने परिवाद में उन्होंने कहा है कि, सरकारी अभिलेखों के अनुसार महाकुंभ में 66 करोड़ लोग आए और इस दौरान लगभग 18000 मेट्रिक टन कूड़ा निकला। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह कूड़ा कुंभ क्षेत्र से निकाल कर प्रयागराज से 10 किलोमीटर दक्षिण स्थित बसवार कूड़ा निष्पादन केंद्र पर पहुंचाया जा चुका है किंतु बसवार केंद्र से कूड़े का समुचित निस्तारण नहीं हुआ है।
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि, विभिन्न तथ्यों और प्रमाणों से यह स्पष्ट होता है कि कुंभ का ज्यादातर कूड़ा बसवार में लाकर फेंका हुआ है। इस कारण आसपास के इलाकों में पर्यावरण विषयक तमाम खतरे उत्पन्न हो रहे हैं। इसके साथ ही, जल प्रदूषण और वायु प्रदूषण के माध्यम से इसके दुष्परिणाम दूर-दूर तक जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जानकारी के अनुसार महाकुंभ के कूड़े के निस्तारण के लिए ईकोस्टैन नामक कंपनी को लगभग 15 करोड रुपए में टेंडर दिया गया था। उन्होंने इन तथ्यों को अत्यंत गंभीर बताते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल से उत्तर प्रदेश सरकार को अविलंब इस कूड़े का समुचित निस्तारण कराए जाने और इस प्रक्रिया में दोषी पाए गए अधिकारियों और कंपनी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई किए जाने की प्रार्थना की है।