शिवराज सिंह चौहान ने कहा, अभी-अभी कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी ने और राहुल गांधी जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। हम सोच रहे थे कि वो संसद में उनके द्वारा किए गए कुकृत्य की क्षमा मांगेंगे। लेकिन उन्होंने क्षमा नहीं मांगी। मुझे तो समझ ही नहीं आया कि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उनका अहंकार झलक रहा था।
नई दिल्ली। संसद परिसर में गुरुवार को सत्तापक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच हुई कथित धक्का-मुक्की को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। दोनों तरफ के नेता एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार पर निशाना साधा। साथ ही भाजपा पर मुद्दे से भटकाने का आरोप लगाया। वहीं, अब भाजपा की तरफ से केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।
उन्होंने कहा, अभी-अभी कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी ने और राहुल गांधी जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। हम सोच रहे थे कि वो संसद में उनके द्वारा किए गए कुकृत्य की क्षमा मांगेंगे। लेकिन उन्होंने क्षमा नहीं मांगी। मुझे तो समझ ही नहीं आया कि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों की। उस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उनका अहंकार झलक रहा था।
आज मेरा मन भारी है, व्यथित है, पीड़ा से भरा हुआ है। मैं एक दर्जन बार लोकसभा और विधानसभा का सदस्य रहा हूं। मैंने सांसदों और विधायकों के व्यवहार और आचरण को देखा है। लेकिन आज जो संसद में हुआ उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। अशालीन, अशोभनीय और गुंडागर्दी से भरा व्यवहार किया गया। जिसकी सभ्य समाज कल्पना भी नहीं कर सकता।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हमारी एक आदिवासी सांसद बहन कोन्याक ने जो कुछ कहा है, वो सुनकर व्यथा से हम भर जाते हैं। उन्होंने सभापति जी को शिकायत की है कि उनके साथ अशालीन, असभ्य, अमर्यादित व्यवहार किया गया। सभापति कह रहे हैं कि वह उनके पास रोती हुई आई थी। क्या महिला आदिवासी सांसद के साथ ऐसा व्यवहार किया जाएगा, क्या उनके इतने निकट पहुंचे कि वो असहज हो जाएं। मां-बहन-बेटी का सम्मान भारत की प्राथमिकता रही है। लेकिन महिला आदिवासी सांसद के साथ ऐसे व्यवहार की कोई कल्पना कर सकता है क्या? क्या हो गया है राहुल गांधी और कांग्रेस को?
साथ ही कहा, 2 बजे जब हम लोकसभा में पहुंचे तो कांग्रेस के सांसदों ने सारी मर्यादा तोड़ दी। वे अध्यक्ष की आसंदी के ऊपर चढ़ गए। मैंने अपने जीवन में आजतक ऐसा नहीं देखा था। आज आसंदी की मर्यादा को पैरों तले रौंदा गया है, लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गई हैं, संविधान को कुचला गया है, लोकतंत्र को कलंकित करने का पाप कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोगों ने किया है। इसके लिए देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।