विटामिन बी 12 शरीर के लिए जरुरी पोषक तत्वों में से एक है। शरीर में इसकी कमी होने पर तमाम बीमारियां होने का खतरा हो सकता है। विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स ,डीएनएके निर्माण में जरुरी भूमिका निभाता है। साथ ही नर्वस सिस्टम के फंक्शन में हेल्प करता है।
विटामिन बी 12 शरीर के लिए जरुरी पोषक तत्वों में से एक है। शरीर में इसकी कमी होने पर तमाम बीमारियां होने का खतरा हो सकता है। विटामिन बी12 रेड ब्लड सेल्स ,डीएनएके निर्माण में जरुरी भूमिका निभाता है। साथ ही नर्वस सिस्टम के फंक्शन में हेल्प करता है।
विटामिन बी 12 का निर्माण शरीर खुद नही कर सकता है।इसलिए इसकी पूर्ति के लिए कोबालामिन से भरपूर फूड्स की जरुरत होती है।फोर्टिफाइड फूड्स विटामिन बी12 का एक बेहतरीन सोर्स है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, उनमें बी12 का स्तर उन लोगों की तुलना में बेहतर होता है जो इसका सेवन नहीं करते हैं। फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थों का चयन करते समय, लेबल को ध्यान से पढ़ें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे पर्याप्त मात्रा में बी12 प्रदान करते हैं।
पनीर, डोसा और इडली जैसे फर्मेंटेड फूड्स भी आपके विटामिन बी12 सेवन में योगदान दे सकते हैं। क्योंकि ये फूड्स एक ऐसी प्रक्रिया के माध्यम से बनाए जाते हैं जिसमें बैक्टीरिया शामिल होते हैं, जिनमें से कुछ विटामिन बी12 का उत्पादन कर सकते हैं। विटामिन बी12 के लिए नॉनवेजीटेरियन लोग मछली, चिकन और अंडे का सेवन कर सकते है। इसके अलावा दूध से बनी चीजों में बी12 पाया जाता है।
चिकन, मछली, अंडे और डेयरी उत्पाद जैसे एनिमल फूड्स में विटामिन बी12 भरपूर मात्रा में होता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ़ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, इन फूड्स का नियमित सेवन शरीर में विटामिन बी12 के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
लीवर और किडनी जैसे ऑर्गन मीट विशेष रूप से विटामिन बी12 से भरपूर होते हैं। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में एक अध्ययन से पता चलता है कि अंग मांस का सेवन बी12 का सेवन बढ़ाने के लिए एक प्रभावी रणनीति हो सकती है, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिनमें विटामिन बी12 की कमी है।