उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में गोवंशों के भरण-पोषण के लिए निकले टेंडर में जमकर नियमों की अनदेखी की गई। चहेती फर्म को नियमों के विपरीत टेंडर दे दिया गया, जबकि उक्त कंपनी के पास न तो काम का अनुभव था और न ही निविदा की फीस चालान से जमा किया गया था। यही नहीं इस कंपनी पर पहले भी करोड़ों रुपये की वित्तीय अनिमित्ता का आरोप लग चुका है। इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से हुई तो प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी प्रातपगढ़ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में गोवंशों के भरण-पोषण के लिए निकले टेंडर में जमकर नियमों की अनदेखी की गई। चहेती फर्म को नियमों के विपरीत टेंडर दे दिया गया, जबकि उक्त कंपनी के पास न तो काम का अनुभव था और न ही निविदा की फीस चालान से जमा किया गया था। यही नहीं इस कंपनी पर पहले भी करोड़ों रुपये की वित्तीय अनिमित्ता का आरोप लग चुका है। इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से हुई तो प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी प्रातपगढ़ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए। दरअसल, ये पहला मामला नहीं है जब प्रदेश में टेंडर में इस तरह की अनदेखी की जा रही है। कई अन्य विभागों में भी नियमों के विपरित जमकर टेंडर दिए जा रहे हैं।
पूरे राज रांकी प्रतापगढ़ निवासी अजय प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि, मुख्य पशु मिकित्साधिकारी जनपद प्रतापगढ़ द्वारा पत्रांक 2523/गौ-आश्रय/साईलेज/ ई-टेण्डर/2025-26 दिनांक 24.03.2025 को गोवंशों के भरण-पोषण हेतु ई-निविदा प्रकाशित किया गया, जिसमें कार्नेस्ट एग्री प्रोडयट्स प्रा०लि०, न्यूट्री फूडर इण्टरप्राइजेज, राकेश इण्टरप्राइजेज और शौर्य ट्रेडिंग कम्पनी ने प्रतिभाग किया। हालांकि, एक फर्म को लाभ पहुंचाने के लिए 16.04.25 को निविदा खोल दी गयी और राकेश इण्टरप्राइजेज को इसका टेंडर दे दिया गया। हालांकि, फर्म के पास न तो काम का अनुभव था और न ही निविदा की फीस चालान से जमा किया गया था।
आरोप है कि, इस फर्म ने वित्तीय वर्ष 2023-24 से अब तक लगभग करोडों रुपये का अनियमितता की गयी है। गोवंशों के गोवंशो के भरण-पोषण के चारे पर व्यय होने वाली धनराशि को राकेश इण्टरप्राइजेज व ग्राम प्रधान पहाडपुर द्वारा मिल कर डकार गए। शिकायतर्ता ने इस मामले की जांच कराके दोषियों के विरुध्य कठोर कार्यवाही की मांग की गयी है। साथ ही शिकायत में कहा गया है कि, विकास अधिकारी लालगंज प्रतापगढ़ को गुमराह करते हुए वित्तीय वर्ष 2023-2024, 2024-2025 में जो भूसा, धूनी, साईलेज अनुभव प्रमाण बनवाया गया है वो गलत है। वित्तीय वर्ष 2023-2024, 2024-2025 में गोवंशों के भरण पोषण हेतु भूसा आपूर्ति की निविदा जनपद स्तर से कराया गया था।