कई बार नई कार-बाइक खरीदने वाले लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उनपर भारी पड़ जाती है। नई गाड़ी अच्छी दिखे इसलिए कई लोग उसमें खरीदने के बाद में गाड़ी के साथ बदलाव किया तो वारंटी वॉइड हो जाती है, यानी कंपनी वारंटी सस्पेंड कर देती है। ऐसे में कोई खराबी आने पर आपको उसे ठीक करवाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं।
नई दिल्ली। कई बार नई कार-बाइक खरीदने वाले लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो उनपर भारी पड़ जाती है। नई गाड़ी अच्छी दिखे इसलिए कई लोग उसमें खरीदने के बाद में गाड़ी के साथ बदलाव किया तो वारंटी वॉइड हो जाती है, यानी कंपनी वारंटी सस्पेंड कर देती है। ऐसे में कोई खराबी आने पर आपको उसे ठीक करवाने के लिए पैसे देने पड़ते हैं। अगर कोई बड़ी समस्या आ गई तो समझिए की आपका अच्छा-खासा पैसा खर्च हो सकता है। तो आज हम आप को बतायेंगे कि क्या करने से आपकी नई गाड़ी की वारंटी खत्म हो सकती है।
खरीदने के बाद लाइट या अन्य उपकरण लगवाना
आजकल नई गाड़ी खरीदने के बाद उसमें अलग से लाइट और कई तरह के उपकरण लगवाने का चलन है। ऐसा करने के लिए मकैनिक वायरिंग को काट कर उसमें नया कनेक्शन करते हैं। बता दें कि वायरिंग में छेड़-छाड़ करना शॉर्ट-सर्किट जैसे कई तरह के खतरों को दावत तो देता ही है साथ में यह वारंटी को भी खत्म कर सकता है।
ऑफ्टर मार्केट सीएनजी किट लगवाने से
आजकल कई लोग कार के सस्ते वैरिएंट को खरीद कर उसमें मार्केट से सीएनजी किट लगवा लेते हैं। भले ही इस तरीके से आपके कुछ पैसे जरूर बच जाएं, लेकिन इससे कार में सेफ्टी को लेकर समस्या आ सकती है। ऑफ्टर मार्केट सीएनजी किट (CNG Kit) में लीकेज का खतरा ज्यादा रहता है। वारंटी खत्म न हो तो कार खरीदने से पहले ही सोच लें कि आपको नॉर्मल कार खरीदनी है या सीएनजी किट (CNG Kit) वाली।
टायर और एग्जॉस्ट से छेड़-छाड़
नई कार या बाइक में टायर और एग्जॉस्ट के साथ भी छेड़-छाड़ करने से वारंटी समाप्त हो जाती है। यह इसलिए क्योंकि टायर और एग्जॉस्ट आपकी गाड़ी के इंजन पर सीधा असर डालता है। फैक्ट्री फिटेड टायर और एग्जॉस्ट कार की जरूरत के हिसाब से लगाए जाते हैं और परफॉर्मेंस को बढ़ाते हैं। इसके पीछे भी इंजीनियरिंग शामिल होता है। हालांकि, ऑफ्टर मार्केट में मिलने वाले चौड़े और ऊंचे टायर इंजन की परफॉर्मेंस पर असर डालते हैं। ऑफ्टर मार्केट लाउड एग्जॉस्ट भी इंजन के एयर इन्टेक को प्रभावित कर सकता है।
अब तो आपको इस बात की जानकारी होगई है ना इसलिए कार-बाइक जबतक वारंटी के आंदर हो, उसे ऑथराइज्ड सर्विस सेंटर पर ही सर्विस कराने की कोशिश करें। ऐसा न करने पर कंपनियां वारंटी खत्म कर सकती हैं। अब आप भी अगर अपनी नई कार बाइक खरीदें तो खरीदने के बाद न करियेगा ऐसे काम जिससे आप को वांरटी को लेकर कोई समस्या न हो।