भले ही नॉन वेज को प्रोटीन का सोर्स है लेकिन ये अगर आप रोज खाते हैं तो आपके सेहत के लिए बहुत हर्म्फ़ुल हो सकता है। नॉन वेज में प्रोटीन काफी पाया जाता है जिससे कुछ लोग इसे हैल्थ के लिए बहुत अच्छा समझकर अपने डाइट में रोज शामिल करते हैं।चिकन, मटन और मछली के लिए आपका ये प्यार शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप भी उन लोगों में से तो अब सावधान हो जाइए ....
भले ही नॉन वेज को प्रोटीन का सोर्स है लेकिन ये अगर आप रोज खाते हैं तो आपके सेहत के लिए बहुत हर्म्फ़ुल हो सकता है। नॉन वेज में प्रोटीन काफी पाया जाता है जिससे कुछ लोग इसे हैल्थ के लिए बहुत अच्छा समझकर अपने डाइट में रोज शामिल करते हैं।चिकन, मटन और मछली के लिए आपका ये प्यार शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप भी उन लोगों में से तो अब सावधान हो जाइए ….
क्या क्या प्रॉबलम हो सकती हैं
कोलेस्ट्रॉल: रेड मीट यानी मटन, बीफ और पोर्क मतलब की [सूअर का मांस]में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट भरपूर मात्रा में पाया है, जो कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ाकर हार्ट से जुड़ी बीमारियों को बुलावा दे सकता है
वजन: तला-भुना और मसालेदार नॉन-वेज में कलोरी की मात्रा ज्यादा होती है। अगर रोजाना ज्यादा मात्रा में इसका सेवन किया जाए तो यह आपके बढ़ते वजन का कारण बन सकता है।
पाचन : रेड मीट पचने में समय लेता है. ऐसे में रोजाना इसका सेवन पेट से जुड़ी दिक्कतें जैसे गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है.
गाउट: जरूरत से ज्यादा नॉन-वेज का सेवन शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढ़ा सकता है, जिससे गाउट और अन्य समस्याएं हो सकती हैं.