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चौंकिए मत! मामा शकुनि की इस मंदिर में होती है पूजा अर्चना, दूर-दूर से यहां आते हैं साधक

भारत मठ,मंदिरों का देश है। यहां की भक्ति परंपरा कितनी पुरानी है इस पर शोथ जारी है। प्राचीन काल के मंदिरों की कड़ी में महाभारत के सबसे बड़े खलनायकों में से एक जिस महत्वपूर्ण रणनीतिकार का नाम सामने आता है , वो है कौरवों का मामा शकुनि।

By अनूप कुमार 
Updated Date

Shakuni Temple Kerala : भारत मठ,मंदिरों का देश है। यहां की भक्ति परंपरा कितनी पुरानी है इस पर शोथ जारी है। प्राचीन काल के मंदिरों की कड़ी में महाभारत के सबसे बड़े खलनायकों में से एक जिस महत्वपूर्ण रणनीतिकार का नाम सामने आता है , वो है कौरवों का मामा शकुनि। शकुनि गांधार साम्राज्य का राजा और कौरवों की सेना का एक प्रमुख पात्र था।  वैसे तो हमारे देश में अनेक मंदिर है जिनके बारे में आपको जानकर आश्चर्य होगा। ऐसा ही एक मंदिर है मामा शकुनि का। लोग यहां पूजा-पाठ भी करते हैं। दूर-दूर से लोग यहां दर्शन और पूजा करने आते हैं। ये मंदिर तंत्र-मंत्र के लिए भी प्रसिद्ध है। आइये जानते है इस मंदिर से जुड़ी खास बातें।

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शकुनि मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहाँ महाभारत के सर्वाधिक चर्चित पात्र शकुनि की पूजा की जाती है। ये मंदिर दक्षिण भारत में स्थित है। यह मंदिर केरल  राज्य के कोल्लम जिले में स्थित है। इसे मायम्कोट्टू मलंचारुवु मलनाड मंदिर भी कहा जाता है। मंदिर में मामा शकुनि की पूरी विधि विधान के साथ पूजा की जाती है। माना जाता है कि मामा शकुनि की पूजा करने से सॉरी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिर मायम्कोट्टू मलंचारुवु मलनाड मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है।

ये मंदिर किसने बनवाया, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है लेकिन कहा जाता है कि इसी स्थान पर शकुनि ने तपस्या करके महादेव को प्रसन्न किया था। जिस पत्थर पर बैठकर शकुनि ने तपस्या की थी, वो आज भी यहां मौजूद है, इस पत्थर को पवित्रेश्वरम (Pavitreswaram) कहा जाता है। इसकी पूजा करने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। ये मंदिर कोल्लम में स्थित है।  इस जगह हर साल मलक्कुडा महोलसवम (Malakkuda Maholsavam) नाम का एक भव्य उत्सव का आयोजित होता है। इस फेस्टिवल में शामिल होने के लिए हर साल हजारों लोग आते हैं। मंदिर में शकुनि के अलावा देवी माता, नागराज और किरात्मूर्ति की भी पूजा होती है।

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