1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. केरल राजभवन परिसर में द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन की प्रतिमा का किया अनावरण, बोलीं- उनका जीवन साहस, मेहनत और आत्मविश्वास की है मिसाल

केरल राजभवन परिसर में द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन की प्रतिमा का किया अनावरण, बोलीं- उनका जीवन साहस, मेहनत और आत्मविश्वास की है मिसाल

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President  Draupadi Murmu) ने गुरुवार को केरल राजभवन परिसर (Kerala Raj Bhavan Premises) में भारत के पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन (Former President of India K.R. Narayanan) की प्रतिमा का अनावरण किया। यह प्रतिमा भारत के पहले दलित राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि स्वरूप स्थापित की गई है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

केरल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President  Draupadi Murmu) ने गुरुवार को केरल राजभवन परिसर (Kerala Raj Bhavan Premises) में भारत के पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायणन (Former President of India K.R. Narayanan) की प्रतिमा का अनावरण किया। यह प्रतिमा भारत के पहले दलित राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि स्वरूप स्थापित की गई है। इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Former President Ram Nath Kovind), बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान(Bihar Governor Arif Mohammad Khan), केरल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Kerala Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) मौजूद थे।

पढ़ें :- विश्वास वहीं टिकता है, जहां विचार स्वस्थ और भावनाएं स्वच्छ होती हैं: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि केआर नारायणन का जीवन साहस, मेहनत और आत्मविश्वास की प्रेरणादायक कहानी है। उन्होंने शिक्षा की शक्ति के बल पर देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचकर यह दिखाया कि अवसर और दृढ़ निश्चय से सब कुछ संभव है।

पढ़ें :- ब्रह्मकुमारीज के 'विश्व एकता और भरोसे के लिए ध्यान' कार्यक्रम में लखनऊ पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू , सीएम योगी और राज्यपाल ने किया स्वागत

भारत के मूल्यों को ईमानदारी से निभाया

मुर्मू ने कहा कि राजनीति में आने से पहले नारायणन ने भारतीय विदेश सेवा में शानदार करियर बनाया और हमेशा भारत के मूल्यों शांति, न्याय और सहयोग को ईमानदारी से निभाया। राष्ट्रपति ने बताया कि नारायणन न सिर्फ भारत के राष्ट्रपति रहे, बल्कि उन्होंने उपराष्ट्रपति के रूप में भी देश की सेवा की। उन्होंने कहा कि नारायणन हमेशा केरल से जुड़े रहे और अपने राज्य की सामाजिक प्रगति, शिक्षा और समानता की भावना से प्रेरणा लेते रहे। उनके लिए शिक्षा सभी का अधिकार थी, न कि कुछ लोगों का विशेषाधिकार।

पढ़ें :- राष्ट्रपति मुर्मू ने संसद के सेंट्रल हॉल में नौ भाषाओं में संविधान के अनुवादित संस्करण का किया लोकार्पण

नारायणन ने लोकतांत्रिक मूल्यों की छोड़ी विरासत

मुर्मू ने इस दौरान यह भी कहा कि नारायणन ने नैतिकता, ईमानदारी, करुणा और लोकतांत्रिक मूल्यों की विरासत छोड़ी है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उन्होंने कहा कि आज जब हम उन्हें याद कर रहे हैं, तो उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर एक समावेशी और न्यायपूर्ण भारत के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रपति मुर्मू ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का धन्यवाद किया, जिनके मार्गदर्शन में यह पहल शुरू की गई थी। गौरतलब है कि केआर नारायणन ने 1997 से 2002 तक भारत के 10वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। उनका निधन 9 नवंबर 2005 को 85 वर्ष की आयु में हुआ था।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...