उत्तर प्रदेश के कानपुर में बुधवार रात शहर की सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में धमाका हुआ है। धमाका इतनी तेज था कि दो किलोमीटर तो गूंज सुनाई दी। वहीं जिस स्कूटी में धमाका हुआ है वह चोरी की है। दो साल पहले जब कानपुर के घंटाघर स्थित हमराज कॉम्पलेक्स में भीषण आग लगी थी, जिसे काबू पाने दो से तीन दिन लगा था।
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बुधवार रात शहर की सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्र में धमाका हुआ है। धमाका इतनी तेज था कि दो किलोमीटर तो गूंज सुनाई दी। वहीं जिस स्कूटी में धमाका हुआ है वह चोरी की है। दो साल पहले जब कानपुर के घंटाघर स्थित हमराज कॉम्पलेक्स में भीषण आग लगी थी, जिसे काबू पाने दो से तीन दिन लगा था। इस दौरान एक व्यापारी की स्कूटी चोरी हो गई थी। वहीं धमाके में आठ लोग घायल हो गए है। धमाके में चार लोग 50 प्रतिशत से अधिक झुलस गए है।
कानपुर में मेस्टन रोड के बिसातखाना में बुधवार रात आठ बजे एक तेज धमाका हुआ, जिसकी आवाज दो किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। धमाका होते ही स्थानीय लोगों ने सोचा की कही पर गैस सिलेंडर फट गया। लोगों दुकान और घरों से बाहर निकले तो उन्हे पता चला कि सड़क किनारे खड़ी एक चोरी की स्कूटी में विस्फोट हुआ है। विस्फोट होते ही लगभग पांच मिनट से अधिक समय तक धुंए का गुब्बार उठता रहा और लोगों को दिखना बंद हो गया। वहीं धमाके बाद मेस्टन रोड और आस-पास के सभी क्षेत्रों में जाम लग गया।
कानपुर में ब्लास्ट!
थाना मूलगंज के मिश्री बाजार क्षेत्र में 2 स्कूटियो में विस्फोट हुआ है। दोनो स्कूटी पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त हो गई। 5-6 व्यक्ति झुलस गए।कानपुर के मरकस मस्जिद के पास ये हादसा हुआ है#Kanpur #Blast pic.twitter.com/rK4DQTo5fc
— Dhyanendra Singh (@dhyanendraj) October 8, 2025
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स्थानीय लोगों ने बताया कि घटना के वक्त मौके पर सैकड़ों लोग वहां मौजूद थे। गनिमत इस बात की रही की ज्यादा लोग चपेट में नहीं आए। वहीं धमाके के बाद वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। धमाके में घायल हुए लोगों को वहां मौजूद लोगों ने उठा कर उर्सला अस्पताल ले गए।
दीपावली के कारण बाजार में थी भीड़
मेस्टन रोड पर कानपुर का सबसे बड़ा थोक और फूटकर बाजार है। आम दिनों में भी यहां पर देर रात तक भीड़ रहती है। 20 नवंबर को दीपावली होने के कारण आम दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ थी। यह इलाका कानपुर के अतिसंवेदनशील इलाके में आता है। इस घटना के बाद से पुलिस और इंटेलीजेंस के होश उड़े हुए है। वहीं धमाके के कारण कुछ लोगों के कान सुन्न हो गए और खिड़कियों के शीशे टूट गए है। दहशत के कारण व्यपारियों ने दुकानों के शटर गिरा दिए। वहीं पुलिस की कई टीमे और इंटेलीजेंस विभाग इलाके में रहने वालों की कुंडली खंगालने में जुट गई है। हालांकि, मूलगंज में दिल दहलाने वाली विस्फोट की घटना कोई नई नहीं है। इससे पहले भी कई बड़ी घटनाएं शहर में हो चुकी हैं, जो आज तक रहस्य बनी हुई हैं।
अवैध पटाकों के कारण हुआ था धमाका
कानपुर के मेस्टन रोड में हुए धमाके के मामले में पुलिस ने आतंकी साजिश की अफवाहों को नकारा दिया है। पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने पुष्टि की कि यह घटना अवैध पटाखों के भंडारण के कारण हुई एक स्थानीय दुर्घटना थी। पुलिस कमिश्नर ने बताया सोशल मीडिया पर घटना को आतंकी गतिविधि या खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स से जोड़ने वाले सभी दावे पूर्णतः असत्य और निराधार हैं। इस विस्फोट में आठ व्यक्ति घायल हुए थे। पुलिस जांच में विस्फोटकों का गोदाम मिला है। इस मामले में 12 व्यक्तियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में इंस्पेक्टर सहित पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया और संबंधित ACP को भी हटा दिया गया है।