मकर संक्रांति का उत्सव जीवन के उल्लस को दर्शाता है। इसे त्योहार के साथ एक समृद्ध परंपरा के रूप में भी मनाया जाता है।
Festival Of Happiness Makar Sankranti : मकर संक्रांति का उत्सव जीवन के उल्लस को दर्शाता है। इसे त्योहार के साथ एक समृद्ध परंपरा के रूप में भी मनाया जाता है। उत्तरायण के नववेला पर फसलों की कटाई के साथ नए साल के आगमन की उमंग भी इस समय होता है। भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे इस त्योहार को अलग अलग नामों से मनाया जाता है, लेकिन गुड़, तिल और खिचड़ी के साथ स्नान और दान का रिश्ता सभी जगह एक समान होता है। सेहत और स्वाद के साथ परंपरा के सतरंगी मिश्रण को भोज और भण्डारे के रीति रिवाज की संक्रांति का धर्मिक और अध्यात्मिक महत्व भी बहुत है। ठंड की ऋतु में गर्म खिचड़ी की सोधी महक सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्म रखने और ऊर्जावान बनाए के लिए सर्वोत्तम है।
गुड़
गुड़ का अदृभुत स्वाद और इसका प्राकृतिक गुण शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रादन करता है।
आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी6 पाए जाते हैं। मकर संक्रांति पर गुड़ की खीर, गुड़ की खजूर और तिलकुट का भोग लगाया जाता है, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं।
तिल
तिल यानी तिलहन में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक और विभिन्न विटामिनों का भरपूर भंडार होता है। तिल का सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। मकर संक्रांति पर तिल की पंजीरी, तिल के लड्डू और तिल की गजक का भोग बनाया जाता है, जो सेहत के साथ-साथ पर्व के स्वाद को भी बढ़ाते हैं।
खिचड़ी
खिचड़ी चावल और दाल का मिश्रण है, जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और विभिन्न पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पौष्टिक भोजन हल्का और पचाने में आसान होता है। सर्दियों के मौसम में खिचड़ी शरीर को गर्म रखने में मदद करती है और पेट को भी भरती है।