सनातन धर्म में गुरु का विशेष महत्व है। आदिगुरु परमेश्वर शिव ने समस्त ऋषि मुनियों को शिष्य के रूप में ज्ञान प्रदान किया था। गुरु जीवन में पथ प्रकाशित करता है। युगों युगों से गुरु बनाने की परंपरा चली आ रही है। गुरु पूर्णिमा, पूरे भारत में मनाया जाने वाला एक शुभ दिन है।
तिथि और समय
पूर्णिमा तिथि आरंभ: 10 जुलाई 2025 – 01:36 पूर्वाह्न
पूर्णिमा तिथि समाप्त: 11 जुलाई, 2025 – 02:06 पूर्वाह्न
चंद्रोदय: 11 जुलाई 2025 – 07:19 अपराह्न
पूर्णिमा की तिथि भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान शिव को भी समर्पित रहती है। कुछ ही दिनों में आषाढ़ पूर्णिमा आने वाली है।
मेष राशि: इस राशि के लोग गुरु पूर्णिमा पर लाल कपड़े, गेहूं, तांबे के बर्तन और मसूर की दाल का दान करें।
वृष राशि: ये लोग गुरु पूर्णिमा पर दूध, चावल, सफेद कपड़ों का दान करें। इससे इन्हें शुभ फल मिल सकते हैं।
मिथुन राशि: इस राशि वाले गुरु पूर्णिमा पर गौशाला में हरे चारे का दान करें। इससे इन्हें बुद्धि और वाणी से लाभ होगा।
कर्क राशि: ये लोग चावल या अन्य किसी अनाज का दान गुरु पूर्णिमा पर करें। इस उपाय से इनकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।
सिंह राशि: ये लोग जरूरतमंदों को तांबे के बर्तन, गुलाबी रंग के कपड़े, गुड़, और गेहूं का दान करें। इससे इन्हें फायदा होगा।
कन्या राशि: ये लोग विवाहित महिला को हरी चूड़ी व हरी साड़ी का दान करें। इससे इन्हें धन लाभ के योग बन सकते हैं।
तुला राशि: इस राशि के लोग किसी योग्य ब्राह्मण को सफेद कपड़े, जनेऊ, पूजा का सामान का दान करें, साथ में दक्षिणा भी दें।
वृश्चिक राशि: ये लोग लाल या केसरिया रंग का ध्वज किसी मंदिर में दान करें। इससे इन्हें शुभ फल मिलेंगे।
धनु राशि: इस राशि वाले गुरु पूर्णिमा पर पीले फल जैसे- केले, पपीता और आम का दान जरूरतमंदों को करें। इससे सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
मकर राशि: ये लोग गरीबों को काले कंबल का दान करें, कुष्ठ रोगियों को भोजन करवाएं। इससे कष्टों से मुक्ति मिलेगी।
कुंभ राशि: इस राशि के लोग तेल, काले तिले, जामुन, ड्राय फ्रूट और जूते-चप्पलों का दान जरूरतमंदों को करें। इससे इनके बिगड़े काम बन जाएंगे।
मीन राशि: इस राशि के लोग पीले वस्त्र, पीले फल, केसर युक्त मिठाई का दान करें। इससे इनके वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।