भारत में इस समय त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है। होली खेलने में अभी कुछ दिन बाकी है लेकिन लोगों पर त्योहार का रंग चढ़ने लगा है।
Holi Health Tips : भारत में इस समय त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है। होली खेलने में अभी कुछ दिन बाकी है लेकिन लोगों पर त्योहार का रंग चढ़ने लगा है। खाने खिलाने का दौर अभी से शुरू हो गया है।होली फेस्टिवल और डाइट को लेकर कुछ ज़रूरी है। इससे खुद का ख्याल रखना और अभी आसान हो जाता है।
पाचन समस्या
रंगों के त्योहार होली में व्यंजनों की बहार रहती है। प्रेम के प्रतीक इस त्योहार की रौनक रंग,मस्ती और व्यंजनों के चटकारे से सराबोर होती है। अक्सार होली त्योहार के बाद लोगों की शिकायत रहती है कि पेट खराब हो गया है। लोग अधिक खा लेने की शिकायत करते है। होली में उत्साह के कारण लोग व्यंजनों को खाने से अपने आप को रोक नहीं पाते। फिर समस्या शुरू होती है पाचन की। आइये जानते है होली में सेहत संबंधी सावधानियों के बारे में।
ज़्यादा न खाएं, संयम बरतें
होली के मौकों पर बनने वाले ट्रेडिशनल फ़ूड जैसे – गुजिया, समोसा, नमकपारे, पापड़ और जलेबी जैसे तले हुए और शुगर-साल्ट कोटेड स्नैक्स में कैलरीज़ और हानिकारक फैट्स होते हैं, जिससे पेट में सूजन और डाइजेशन खराब हो सकता है। इसलिए इन्हें खाते वक़्त संभलना बहुत ज़रूरी है। बस ज़्यादा न खाएं, संयम बरतें।
डिहाइड्रेशन होने का भी खतरा होता है
होली पर अल्कोहल और भांग पीने पर कुछ लोग इसकी क्वांटिटी पर कंट्रोल नहीं कर पाते और ज़रूरत से ज़्यादा पीते हैं जो बेहद हानिकारक हो सकता है। आप इसके विकल्प के तौर पर ताज़े फलों के रस या नारियल के पानी जैसे हेल्दी बेवरेजिज़ का विकल्प चुनें क्योंकि बहुत ज़्यादा अल्कोहल सेवन से डिहाइड्रेशन होने का भी खतरा होता है।