कटे फटे और रुखे खुरदरे होंठ देखने में तो खराब होते ही है बल्कि दर्द का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में लाख जतन करने के बाद भी फटे और सूखे होंठों से छुटकारा नहीं मिल रहा है तो यह शरीर में इन परेशानिों का लक्षण हो सकता है।
कटे फटे और रुखे खुरदरे होंठ देखने में तो खराब होते ही है बल्कि दर्द का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में लाख जतन करने के बाद भी फटे और सूखे होंठों से छुटकारा नहीं मिल रहा है तो यह शरीर में इन परेशानिों का लक्षण हो सकता है। लोग फटे और रुखे सूखे होंठों को मौसम का असर मानते है। लेकिन असल में शरीर में पोषक तत्वों की कमी औ र पानी की कमी की वजह से भी होंठ सूखने और फटने लगते है।
अगर शरीर में पानी की कमी है तो होंठ रुखे बेजान और फटने लगते है।बार बार प्यास लगना, गाढ़ा पेशाब आना और थकानमहसूस होना भी हिडाइड्रेशन का संकेत हो सकता है।
विटामिन बी 2 शरीर में एनर्जी उत्पादन और कोशिकाओं के स्वास्थ्य के लिए जरुरी है। इसकी कमी से होंठो के कोनों में दरारें, जलन और सूजन हो सकती है। अगर होंठो के साथ साथ जीभ और स्किन भी रुखी हो रही है तो शरीर को राइबोफ्लेविन की जरुरत है।
आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर गिरता है, जिससे रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन सप्लाई प्रभावित होती है। इसका असर होंठों पर भी दिखाई देता है, जैसे- होंठ सूखना, फटना और उनका रंग फीका पड़ना इत्यादि। इसके साथ-साथ थकान, कमजोरी और चक्कर आना भी महसूस हो सकता है।
इतना ही नहीं अगर शरीर में जिंक की कमी है तो होंठ जल्दी जल्दी सूखने और फटने लगते है। घाव भरने में देर होना और संक्रमण का बढ़ना जिंक की कमी का लक्षण हो सकता है। कई बार होंठों का बार-बार सूखना किसी उत्पाद, जैसे- टूथपेस्ट, लिप बाम से एलर्जी या फंगल इंफेक्शन के कारण भी हो सकता है। ऐसे मामलों में होंठों पर लालिमा, जलन या खुजली भी महसूस हो सकती है।