Murshidabad Waqf Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा में बाप-बेटे समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी। इस दौरान हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाया गया। पुलिस ने 138 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी कियाहै। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वो इस खौफनाक मंजर को ताउम्र भुला नहीं पाएंगे। वहीं, हिंसा के दौरान खौफ के साए में लोग अपनों को बचाने के लिए आगे भी नहीं आ पाए।
Murshidabad Waqf Violence: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून को लेकर हुई हिंसा में बाप-बेटे समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हो गयी। इस दौरान हिंदुओं के घरों और दुकानों को निशाना बनाया गया। पुलिस ने 138 से अधिक लोगों को गिरफ्तार भी कियाहै। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, वो इस खौफनाक मंजर को ताउम्र भुला नहीं पाएंगे। वहीं, हिंसा के दौरान खौफ के साए में लोग अपनों को बचाने के लिए आगे भी नहीं आ पाए।
दरअसल, शमशेरगंज के जाफराबाद में शुक्रवार शाम को 300-400 लोगों की भीड़ ने इलाके में घरों और दुकानों पर हमला किया। हथियारबंद उपद्रवी घर में घुसकर 74 वर्षीय हरगोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की बेरहमी से पिटाई और उन्हें गंभीर हालत में छोड़कर चले गए। कुछ ही घंटों में दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों के शव उनके घर से बरामद किए हैं। वहीं, चंदन दास के भतीजे प्रसेनजीत ने शनिवार सुबह मीडिया से खौफनाक मंजर को बयां किया। उन्होंने कहा, ‘हम अपने घर की छत पर चढ़ गए और छिप गए। हम कुछ नहीं कर सके।’
बता दें कि मुर्शिदाबाद में शुक्रवार रात करीब 9.30 बजे शुरू हुई हिंसा में उपद्रवियों ने 25 से अधिक घर और एक दर्जन दुकानों को नुकसान पहुंचाया। एक घंटे से अधिक समय तक तोड़फोड़ और आगजनी जारी रही। इस दौरान हथियारबंद उपद्रवियों ने कई इलाकों में पथराव किया। पुलिस वैन और कई गाड़ियों को फूंक डाला। रेलवे ट्रैक को बाधित किया, जिससे कई ट्रेनें रुक गईं। साथ ही पुलिसवालों को भी निशाना बनाया गया।