Farooq Abdullah's Big statement on Pahalgam attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को भारत पर एक बड़े हमले के रूप में देखा गया है। देश का हर नागरिक इस हमले के दोषियों और उन्हें पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस बीच राज्य के पूर्व सीएम और जेकेएनसी चीफ के ताजा बयान ने इस बात को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है कि क्या इतने बड़े हमले में स्थानीय लोगों का हाथ था।
Farooq Abdullah’s Big statement on Pahalgam attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले को भारत पर एक बड़े हमले के रूप में देखा गया है। देश का हर नागरिक इस हमले के दोषियों और उन्हें पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस बीच राज्य के पूर्व सीएम और जेकेएनसी चीफ के ताजा बयान ने इस बात को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है कि क्या इतने बड़े हमले में स्थानीय लोगों का हाथ था।
दरअसल, जेकेएनसी चीफ फारूक अब्दुल्ला ने माना है कि स्थानीय समर्थन के बिना ऐसी घटनाएं नहीं हो सकती हैं। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में फारूक अब्दुल्ला से पहलगाम आतंकी हमले में स्थानीय लोगों की संभावित संलिप्तता पर सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा, “मैं नहीं मानता कि स्थानीय समर्थन के बिना ऐसी घटनाएं हो सकती हैं। वे यहां कैसे और किस तरीके से आए? मैंने यह पहले भी कहा था, जब मौलाना अजहर (मसूद अजहर) को रिहा किया गया था, तो मैंने इसके खिलाफ चेतावनी दी थी। मैंने कहा था, उसे रिहा मत करो; वह रास्तों को जानता है और उसने उनका नक्शा भी बना रखा है। कौन जानता है, हो सकता है कि इसमें उसका भी हाथ हो। लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी, वे उसे सीमा पार ले गए।”
Srinagar, J&K: JKNC President Farooq Abdullah, on the possible local involvement in the Pahalgam terror attack, says, "I don't believe such incidents can happen without local support. How did they come here and in what manner? I had said this earlier too, when Maulana Azhar was… pic.twitter.com/FG7Pb3Sszq
— IANS (@ians_india) May 2, 2025
पहलगाम हमले का हैंडलर पाकिस्तान
इस दौरान पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के सवाल पर जेकेएनसी चीफ ने कहा, “कोई भी हो सकता है, क्योंकि जब तक हम उन्हें पकड़ नहीं लेते, हम पक्के तौर पर कुछ नहीं कह सकते। लेकिन हैंडलर वही हैं, उन्होंने पहले भी ऐसा किया है। यह कोई नई बात नहीं है। उरी के पीछे भी वे (पाकिस्तान) ही थे। देखिए पुलवामा में क्या हुआ, किसने किया? मुंबई, पठानकोट, बिलावर के पीछे कौन था? राजौरी और पुंछ में कौन काम कर रहा है? हैंडलर वही हैं।”
इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है, तो उन्होंने कहा, “अगर ऐसा नहीं होता तो वह आज प्रधानमंत्री नहीं होते। प्रधानमंत्री के तौर पर हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी है और वह अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।”