सनातन धर्म एकादशी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। साल के प्रत्येक महीने में दो एकादशी का व्रत रखा जाता है। भगवान विष्णु की पूजा का सबसे महत्वपूर्ण व्रत एकादशी व्रत मानी जाती है।
Mohini Ekadashi 2025 Date : सनातन धर्म एकादशी तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। साल के प्रत्येक महीने में दो एकादशी का व्रत रखा जाता है। भगवान विष्णु की पूजा का सबसे महत्वपूर्ण व्रत एकादशी व्रत मानी जाती है। मान्यताओं के अनुसार, मोहिनी एकादशी का व्रत करने से मोह माया से छुटकारा मिल जाता है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है। पौराणिक मान्यता है कि मोहिनी एकादशी व्रत से व्यक्ति को राजसुख, मोक्ष की प्राप्ति होती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की 11वीं तिथि को श्रीहरि ने संसार की रक्षा के लिए मोहिनी रूप का अवतार लिया था। ये श्रीहरि का एकमात्र स्त्री अवतार था। आइए जानते हैं इस बार मोहिनी एकादशी कब है।
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 7 मई को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर होगी। इसका समापन अगले दिन 8 मई को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा। ऐसे में इस बार मोहिनी एकादशी का व्रत 8 मई को किया जाएगा।
मोहिनी एकादशी का धार्मिक महत्व
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, जब समुद्र मंथन के दौरान अमृत और विष निकला था, तब देवताओं और असुरों के बीच युद्ध होने लगा। इस युद्ध को शांत करने और असुरों से अमृत को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण किया था। इसी कारण इस एकादशी को ‘मोहिनी एकादशी’ कहा जाता है। यह तिथि मोह, अज्ञान और पाप से मुक्ति दिलाने वाली मानी जाती है।
क्या खाएं और क्या परहेज करें
फलाहार करें
व्रत में केवल फल, दूध, और मेवे का सेवन करें।
अनाज और मसालेदार भोजन से बचें
इस दिन चावल और अन्य अनाज का सेवन वर्जित है।
पानी ज्यादा पिएं
दिनभर ऊर्जा बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।