राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को प्रदेश के तीन चौथाई हिस्सों में कहीं मध्यम तो कहीं मूसलाधार बारिश देखने को मिली है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश में सोमवार को भारी मानसूनी बारिश के संकेत कम ही हैं।
लखनऊ। राजधानी लखनऊ समेत पूरे प्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। रविवार को प्रदेश के तीन चौथाई हिस्सों में कहीं मध्यम तो कहीं मूसलाधार बारिश देखने को मिली है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश में सोमवार को भारी मानसूनी बारिश के संकेत कम ही हैं।
मंगलवार से अगले तीन-चार दिन प्रदेश के तराई इलाकों में भारी बारिश की परिस्थितियां बन रही हैं। इसके बाद 16 जुलाई को दक्षिणी और विंध्य क्षेत्र में भारी बारिश की उम्मीद है। वहीं प्रदेश के दक्षिणी हिस्से, बुंदेलखंड और तराई के इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। साथ ही 60 जिलों में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्स पोस्ट पर लिखा है कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण जलभराव और सड़क क्षति जैसी समस्याएं देखी गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल निकासी और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने यह भी अनुमान लगाया है कि मानसून के कारण कई जिलों में नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है, जिसके लिए सतर्कता बरती जा रही है।
प्रदेश के कई हिस्सों में भारी वर्षा के चलते जलभराव, सड़क क्षति और कुछ क्षेत्रों में नदियों के जलस्तर में तेज वृद्धि देखी गई है। इस पर सतत निगरानी रखी जाए।
सभी जलभराव प्रभावित क्षेत्रों से जल निकासी यथाशीघ्र की जाए, ताकि नागरिकों को राहत मिल सके: #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/1CigsaWpNH
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सीएम योगी ने कहा कि बाढ़ की आशंका वाले संवेदनशील इलाकों में पहले से ही पर्याप्त प्रबंध कर लिए जाएं। राहत और बचाव दलों को सतर्क रखा जाए। नाव, सर्च लाइट, जीवन रक्षक उपकरण, मेडिकल किट जैसी सभी आवश्यक सामग्रियां पूरी तत्परता के साथ तैयार रहें। तटवर्ती क्षेत्रों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को सक्रिय मोड में रखा जाए।
बाढ़ की आशंका वाले संवेदनशील इलाकों में पहले से ही पर्याप्त प्रबंध कर लिए जाएं।
राहत और बचाव दलों को सतर्क रखा जाए। नाव, सर्च लाइट, जीवन रक्षक उपकरण, मेडिकल किट जैसी सभी आवश्यक सामग्रियां पूरी तत्परता के साथ तैयार रहें।
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कुल मिलाकर, यूपी में मानसून का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे गर्मी से राहत मिली है, लेकिन जलभराव और बाढ़ जैसी चुनौतियां भी सामने आ रही हैं। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक मंगलवार से अगले तीन-चार दिन तराई से शुरू हो कर दक्षिणी और विंध्य क्षेत्र में भारी मानसूनी बारिश शुरू होने के संकेत हैं। हालांकि इस दौरान प्रदेश बाकी हिस्सों में भी बादलों की आवाजाही और छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी।
गरज चमक के साथ वज्रपात की संभावना
बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, भदोही, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास के इलाकों में।